view all

इंग्लैंड की बल्लेबाजी मजबूत लेकिन गेंदबाजी कमजोर!

भारत के खिलाफ पहले वनडे में 350 रन बनाने के बावजूद हारा इंग्लैंड

Peter Miller

मौजूदा समय में इंग्लैंड का बल्लेबाजी करने का तरीका आक्रामक है. इंग्लैंड की टीम का सोचना है कि बल्लेबाजी उनकी ताकत है और बल्ले से ही लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा. लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि उनके बल्लेबाज हर गेंदबाज को टारगेट करें और हर गेंद पर बल्ला घुमाए.

पुणे वनडे में भी एलेक्स हेल्स का विकेट जल्दी गिर गया था. यहां तक कि रॉय भी आउट हुए तो इंग्लैंड अच्छी स्थिति में था. जोस बटलर भी तेज गति से रन बनाने के चक्कर में आउट हुए. इंग्लैंड के इस आक्रामक बल्लेबाजी के कारण इंग्लैंड वनडे में लगातार बड़ा स्कोर बना रहा है.


पुणे वनडे में इंग्लैंड ने 7 विकेट पर 350 रन का स्कोर खड़ा किया. इस पारी की सबसे बड़ी खासियत ये थी कि इंग्लैंड ने अपनी क्षमता के अनुरूप बल्लेबाजी नहीं की और फिर भी इतना बड़ा स्कोर खड़ा कर दिया. इंग्लैंड की पारी में लगातार विकेट गिरते रहे. फिर भी इंग्लैंड बड़ा स्कोर बनाने में कामयाब रहा.

अगर इंग्लैंड सही तरीके से बल्लेबाजी करता तो वह 2016 में  पाकिस्तान के खिलाफ बनाए गए 444 रन के वनडे रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ सकता था.

इंग्लैंड के बल्लेबाज जोखिम लेकर खेल भी सकते हैं. अगर उनके टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज फेल भी हो जाते हैं तो उनके पास निचले क्रम पर भी काफी अच्छे बल्लेबाज है.

उन्होंने यह पहले भी साबित भी किया है जब श्रीलंका के खिलाफ क्रिस वोक्स ने नाबाद 95 रन बनाकर मैच को टाई करवाया था, लेकिन हमेशा ऐसा नहीं होगा कि उनके निचले क्रम के बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन करे.

ये भी पढ़ें: क्या विराट कोहली वनडे के ब्रैडमैन हैं?

पिछले साल जब ढाका में बांग्लादेश के खिलाफ इंग्लैंड 239 रन के लक्ष्य का पीछा कर रहा था तो उसने 26 रन पर अपने 4 विकेट खो दिए थे. ऐसी स्थिति से कभी नहीं जीत सकते थे. इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने लगातार तेज रन बनाए, लेकिन फिर भी 204 रन ही बना पाए.

2015 में वर्ल्डकप के पहले राउंड में बाहर होने के बाद इंग्लैंड ने अपने खेलने का तरीका पूरी तरह बदल लिया. 2017 में वनडे क्रिकेट काफी रोमांचित होगा क्योंकि साल उन्हें काफी वनडे क्रिकेट खेलना है.

इंग्लैंड की बल्लेबाजी तो काफी मजबूत है लेकिन उनकी गेंदबाजी के लिए हम ऐसा नहीं कह सकते. इंग्लैंड के पास कई शानदार बल्लेबाज हैं. लेकिन कोई भी बड़ा गेंदबाज उनकी टीम में नहीं है. आदिल रशीद उनके सबसे बड़े हथियार हो सकते हैं लेकिन उनके प्रदर्शन में भी निरंतरता नहीं है. पहले वनडे में भी उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था.

ये भी एक कारण है जिसकी वजह से इंग्लैंड को समझदारी से बल्लेबाजी करने की जरूरत है. इंग्लैंड के पास न तो अच्छा तेज गेंदबाज है और न ही स्पिनर. इंग्लैंड के गेंदबाजों को अपने प्रदर्शन में सुधार लाना होगा.

अगर विरोधी को 7 या 8 रन प्रति ओवर भी बनाने हो तो भी वह शुरू से ही इंग्लैंड के गेंदबाजों पर रन बना सकते हैं. पुणे वनडे में भी इंग्लैंड ने भारत के 63 रन पर 4 विकेट ले लिए थे, लेकिन इसके बाद उन्होंने अपनी पकड़ खो दी और नतीजा इंग्लैंड के पक्ष में नहीं गया.

इंग्लैंड के गेंदबाजों ने शुरुआती ओवर में शानदार गेंदबाजी की. उनके तेज गेंदबाजों ने अच्छी लाइन और लैंथ से गेंदबाजी की. अच्छी गेंदबाजी के कारण भारत की रन गति कम थी जिसके कारण रन रिक्वायर्ड रन रेट बढ़ती जा रही थी, लेकिन इंग्लैंड के गेंदबाजों ने काफी रन खर्च कर दिए.

इंग्लैंड ने भी सपाट पिच और छोटे मैदान पर 350 रन का स्कोर बनाया. भारत के पास दुनिया का सबसे अच्छा बल्लेबाज विराट कोहली है. वनडे फॉर्मेट में विराट का प्रदर्शन शानदार है. विराट कोहली का वनडे में बल्लेबाजी औसत काफी अच्छा है. अगर 2000 से ज्यादा रन बनाने के बाद सबसे बेहतर औसत की करे तो विराट उस लिस्ट में तीसरे नंबर पर है.

पुणे वनडे विराट कोहली का 177 वनडे में 27वां शतक था. सबसे ज्यादा शतक बनाने की सूची में विराट चौथे नंबर पर है. विराट की उम्र केवल 28 साल है. इस लिस्ट में जो बल्लेबाज उनसे ऊपर हैं, उन्होंने 198 या उससे ज्यादा वनडे मैच खेले हैं.

दूसरी पारी में बल्लेबाजी करते हुए विराट ने 17 शतक लगाए है. इससे ज्यादा शतक दुनिया के किसी बल्लेबाज ने नहीं लगाए हैं. कोहली ने केदार जाधव के साथ 146 गेंद पर 200 रन की साझेदारी की. विराट ने इंग्लैंड के हर गेंदबाज की धुनाई की. एक बार सपाट पिच पर भारतीय पारी जम गई, उसके बाद इंग्लैंड के गेंदबाज संघर्ष करने लगे.

ये भी पढ़ें: अगर विराट की ये पारी नहीं देखी... तो क्या देखा?

एक बार भारतीय बल्लेबाजों ने अपनी आंखें जमा ली, उसके बाद उन्होंने खुलकर बल्लेबाजी की. विराट और केदार ने शानदार बल्लेबाजी की. केदार जाधव ने विराट कोहली के ऊपर दबाव नहीं आने दिया और लगातार तेज रन बनाए. जब विराट कोहली 122 रन की जबरदस्त पारी खेलने के बाद आउट हुए तो वह अपनी टीम को अच्छी स्थिति में पहुंचा चुके थे.

इसके बाद भी इंग्लैंड के गेंदबाज केदार पर दबाव नहीं बना पाए, केदार की मांसपेशियों में भी खिंचाव आ गया था, जिसके कारण केदार को बड़े शॉट खेलने पड़े. 120 रन के स्कोर पर केदार मिड विकेट में कैच देकर आउट हुए.

भारत के दोनों सेट बल्लेबाज आउट हो चुके थे. इसके बावजूद इंग्लैंड के गेंदबाज मैच में वापसी नहीं कर पाए. भारत ने 11 गेंद शेष रहते 3 विकेट से आसान जीत हासिल कर ली. हार्दिक पांड्या ने भी महत्वपूर्ण नाबाद 40 रन की पारी खेली.

इंग्लैंड के लिए ये हार दिल तोड़ने वाली थी. अच्छी बल्लेबाज करने के बाद वह मैच जीतना चाहता था. इंग्लैंड का अगला लक्ष्य चैंपियंस ट्रॉफी है. अपने घर में इंग्लैंड काफी आत्मविश्वास के साथ खेलेगा. इंग्लैंड की बल्लेबाजी तो अच्छी है लेकिन उन्हें गेंदबाजी पर काफी मेहनत करनी होगी.