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यूपी चुनाव: लैपटॉप के बाद अब मुफ्त स्मार्टफोन बाटेंगे अखिलेश

अखिलेश यादव के घोषणापत्र में शामिल होने वाले मसले कयासों के आधार पर नहीं है बल्कि अखिलेश की जुबानी है.

FP Politics

उत्तर प्रदेश में 2017 का विधानसभा चुनाव कई मायनों में बेहद अनोखा और खास है. पहले चरण के चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरु होने में महज चंद घंटे बचे हैं लेकिन, इस बार राजनीतिक पार्टियों ने न तो अभी तक अपना घोषणापत्र जारी किया है और ना ही सभी सीटों पर प्रत्याशी.

उम्मीद की जा रही है कि अखिलेश यादव 18 जनवरी को अपना घोषणापत्र जारी कर सकते हैं. लेकिन, न्यूज़18 आपको सबसे पहले इसकी जानकारी दे रहा है कि अखिलेश यादव का घोषणापत्र किन-किन  वादों से सजा होगा.


अखिलेश यादव को समाजवादी पार्टी और साइकिल सिंबल मिलने के बाद लोगों की  उत्सुकता अब ये जानने में भी है कि एक अलग छवि का दावा करने वाले अखिलेश जनता से क्या-क्या वायदे कर रहे हैं. यानी अखिलेश यादव के घोषणापत्र में क्या होगा.

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अखिलेश यादव के घोषणापत्र में शामिल होने वाले मसले कयासों के आधार पर नहीं है बल्कि अखिलेश की जुबानी है. हम जिन पहलूओं को आपके सामने पेश कर रहे हैं उनके बारे में अखिलेश यादव ने अपने कार्यक्रमों में बताया था.

किसानों के लिए कर सकते हैं बड़े वादे

अखिलेश यादव अपने घोषणापत्र में किसानों के लिए बड़ा ऐलान कर सकते है. किसानों के लिए अलग से बिजली व्यवस्था की मैनिफेस्टो में घोषणा की जा सकती है. ट्यूबवेल चलाने के लिए अखिलेश सरकार अलग से बिजली सप्लाई देगी. इसके लिए अलग से फीडर लगाए जाएंगे.

घोषणा पत्र में इस वादे का भी जिक्र हो सकता है कि जिस दिन ट्यूबवेल के लिए फीडर अलग हो जाएंगे उस दिन अखिलेश सरकार सिंचाई के लिए बिजली मुफ़्त कर देगी.

मुफ्त स्मार्टफोन

अखिलेश यादव ने इस योजना को तुरुप का इक्का करार दिया है. टीम अखिलेश ने इस योजना के माध्यम से उन युवाओं पर निशाना साधा है जो पहली बार वोटर बने हैं. इनकी संख्या लाखों में हैं और चुनाव को पलटने की ताकत रखते हैं.

गरीबों को मुफ्त घर

आसरा योजना के तहत गरीबों को राज्य सरकार एक कमरे का घर मुहैया कराती है, लेकिन अखिलेश यादव ने कुछ ही दिन पहले ये घोषणा की थी कि यदि उनकी सरकार बनी तो एक कमरे की बजाय गरीबों को दो कमरे का घर दिया जाएगा.

 24 घंटे गावों को बिजली

अखिलेश यादव ने अपने सरकार में हर वक्त ये दावा किया था कि शहरों में चौबीस घंटे जबकि गांवों को 18 घंटे बिजली दी जा रही है. अब अखिलेश यादव अपने घोषणापत्र में गांवों को भी 24 घंटे बिजली देने का वायदा शामिल कर सकती है.

 सभी जिलों में अक्षयपात्र का मिड डे मील

मिड डे मील एक ऐसी योजना है जिससे यूपी का हर गांव प्रभावित होता है. अखिलेश यादव के घोषणापत्र में ये वायदा शामिल किया जा सकता है कि मथुरा और लखनऊ के बाद पूरे राज्य में अक्षयपात्र संस्था का बनाया मिड डे मील ही दिया जाएगा. बता दें कि अक्षयपात्र की केन्द्रीकृत किचेन से बने मिड डे मील की मथुरा और लखनऊ में काफी तारीफ हुई है.

दरी पर बैठकर पढ़ाई से मुक्ति...

प्रदेश के ज्यादातर प्राथमिक स्कूलों में बच्चे आज भी दरी पर बैठकर पढ़ने को मजबूर हैं. फण्ड की कमी के चलते स्कूलों में फर्नीचर नहीं है. अखिलेश यादव घोषणापत्र में स्कूलों को फर्नीचर देने का वायदा कर सकते हैं.

नये एक्सप्रेस-वे

अखिलेश यादव बेहतरीन सड़कों को विकास के लिए बेहद अहम मानते हैं. उन्हें हर बार ये कहते हुए सुना गया है कि रफ्तार जितनी तेज होगी विकास की रफ्तार उसी अनुपात में तीन गुनी तेज होगी. लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे को वे विकास मॉडल का सबसे बड़ा उदाहरण मानते हैं.

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इसी तर्ज पर पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को भी बनाये जाने की घोषणा की है. अब अखिलेश यादव कई और नये एक्सप्रेस वे के निर्माण की घोषणा अपने मैनिफेस्टो में कर सकते हैं. बुंदेलखण्ड में घोषणा तय मानी जा रही है.

17 अति पिछड़ी जातियों के लिए विशेष पैकेज

अखिलेश यादव ने आचार संहिता से ठिक पहले प्रदेश की सत्रह अति पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल करने के लिए कैबिनेट से प्रस्ताव पास किया था. हालांकि इन्हें अभी एससी का दर्जा मिलना बाकी है, लेकिन अपने घोषणापत्र में इन जातियों के लिए अखिलेश यादव बड़े पैकेज का एलान कर सकते हैं. पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष राम आसरे विश्वकर्मा इसके लिए प्रस्ताव अखिलेश यादव को दे चुके हैं.

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अखिलेश यादव का घोषणापत्र चाहे जब जारी हो लेकिन, इन वायदों को उसमें जरूर देखा जा सकता है क्योंकि इनका वायदा अखिलेश ने अपने सभाओं, मीटिंग में किया था. उनके घोषणापत्र पर इसलिए भी सबकी निगाहें हैं क्योंकि उससे जाहिर होगा कि विकासवादी राजनीति की बात करने वाले अखिलेश यादव क्या सचमुच ऐसी ही राजनीति के लिए सीरियस हैं.

(साभार: न्यूज 18)