बीजेपी के वरिष्ठ नेता और गांधीनगर से बीजेपी सांसद लालकृष्ण आडवाणी गुजरात विधानसभा चुनाव में सक्रिय नहीं रहने वाले हैं. इस बार आडवाणी गुजरात विधानसभा चुनाव से बाहर दिख रहे हैं. बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, लालकृष्ण आडवाणी गुजरात विधानसभा चुनाव में पार्टी की तरफ से प्रचार भी नहीं करेंगे.
बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, गुजरात बीजेपी के नेता अपने राज्य से लंबे वक्त से सांसद रहे लालकृष्ण आडवाणी को बुलाने को लेकर उत्सुक नहीं हैं. उधर पार्टी आलाकमान भी नहीं चाहता कि लालकृष्ण आडवाणी को गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए प्रचारकों की सूची में रखा जाए.
श्रोता बन गए हैं वक्ता आडवाणी
सूत्रों के मुताबिक, भोपाल में हाल ही में संपन्न हुई आरएसएस की बैठक के दौरान भी संघ के नेताओं को इस बारे में बीजेपी की तरफ से जानकारी दे दी गई है. संघ ने भी साफ कर दिया है कि यह बीजेपी का मसला है और आडवाणी के चुनाव प्रचार में शामिल नहीं करने का फैसला बीजेपी को ही करना है.
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दरअसल, आडवाणी लंबे वक्त बीजेपी में हाशिए पर हैं. खासतौर से 2014 के लोकसभा चुनाव में बड़ी जीत और उसके बाद केंद्र में मोदी सरकार बनने के बाद आडवाणी की बीजेपी के भीतर प्रासंगिकता खत्म होती गई. बतौर सांसद ही आडवाणी की भूमिका रह गई है. यहां तक की बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भी आडवाणी वक्ता के बजाए एक श्रोता के तौर पर ही दिखते हैं.
यह पहली बार नहीं होगा कि आडवाणी किसी राज्य में विधानसभा चुनाव प्रचार से दूर हों, इसके पहले भी यूपी, उत्तराखंड, बिहार और झारखंड समेत कई राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में आडवाणी बीजेपी के स्टार प्रचारकों की सूची से बाहर ही रहे हैं.
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लेकिन, यह पहली बार हो रहा है कि आडवाणी गुजरात विधानसभा चुनाव प्रचार से दूर रहेंगे. सांसद होने के बावजूद उन्हें विधानसभा चुनाव के प्रचार से दूर रखने की कोशिश को अगले लोकसभा चुनाव में उनकी खत्म होती भूमिका के तौर पर भी देखा जा रहा है. इस बात की पूरी संभावना है कि आडवाणी को 2019 के अगले लोकसभा चुनाव के वक्त बीजेपी अब अपना उम्मीदवार नहीं बनाएगी.
मोदी ही चेहरा होंगे गुजरात चुनाव में
गुजरात विधानसभा चुनाव की रणभेरी बजने वाली है. चुनाव की तारीख के ऐलान से पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह तक लगातार कई बार गुजरात का दौरा कर चुके हैं. प्रधानमंत्री फिर 22 अक्टूबर को गुजरात के दौरे पर रहेंगे. विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद इन नेताओं का गुजरात में चुनावी दौरा भी शुरू हो जाएगा.
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इस बार गुजरात विधानसभा चुनाव में लड़ाई मोदी बनाम कांग्रेस की ही होगी. बीजेपी इस बार भी गुजरात विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे को ही आगे कर चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी में है.
पीएम से लेकर बीजेपी अध्यक्ष तक सभी गुजरात से ही हैं. यही वजह है कि बीजेपी की तरफ से लड़ाई में मोर्चा सीधे प्रधानमंत्री मोदी ही संभाल रहे हैं. गुजरात की जीत और हार का असर सीधे प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता पर होगा, लिहाजा बीजेपी ने अपनी रणनीति के केंद्र में मोदी को ही रखा है और आडवाणी सरीखे बीजेपी के सांसद दरकिनार कर दिए गए हैं.