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ढोंगी बाबा को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट सख्त, 4 जनवरी तक हर हाल में पेश किया जाए

सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह है कि अगर इतने सालों से यहां पर यह सब कुछ हो रहा था तो दिल्ली पुलिस और स्थानीय लोग क्या कर रहे थे?

Ravishankar Singh

दिल्ली हाईकोर्ट ने ढोंगी बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित को लेकर कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है. हाईकोर्ट ने सीबीआई और दिल्ली पुलिस को आदेश दिया है कि 4 जनवरी तक ढोंगी बाबा को हर हाल में कोर्ट के सामने पेश करे. साथ ही हाईकोर्ट ने वीरेंद्र देव के आठ और आश्रमों की लिस्ट भी मांगी है.

गौरतलब है कि पिछले तीन दिनों से दिल्ली के विजय विहार में ढोंगी बाबा के आश्रम पर छापेमारी चल रही है. इस छापेमारी में लगभग 50 नाबालिग लड़कियां सहित लगभग 200 महिलाओं को अभी तक छुड़ाया गया है.


विजय विहार में धर्म के नाम पर गंदा खेल खेलने वाला ढोंगी वीरेंद्र देव दीक्षित के कुकर्मों की दास्तान बड़ी लंबी होती जा रही है. बाबा की काली करतूतों पर से अब पर्त दर पर्त पर्दा उठने लगा है. हाईकोर्ट के निर्देश के बाद इस छापेमारी में कई हैरान करने वाले खुलासे भी हो रहे हैं.

एनजीओ संचालिका की शिकायत पर हुई कार्रवाई 

जिस एनजीओ की याचिका पर हाईकोर्ट ने मंगलवार को बाबा के आश्रम में छापेमारी का आदेश दिया था, उस एनजीओ की संचालिक सीमा शर्मा ने मीडिया से बात करते हुए कहती हैं, ‘अब यह साबित हो गया है कि बाबा आश्रम में रह रही महिलाओं और नाबालिग लड़कियों के साथ रेप किया करता था. बाबा ड्रग्स का आदी था. ड्रग्स का सेवन कर बाबा हर रोज 10 लड़कियों के साथ रेप किया करता था. इतना ही नहीं न्यूड लड़कियों से बाबा मालिश भी करवाता था.’

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ताज्जुब की बात यह है कि देश की राजधानी में यह खेल सालों से खेला जा रहा था और यहां की पुलिस को इस बात की भनक नहीं लगी. इस ढोंगी बाबा के कारनामे सामने आने के यह चर्चा शुरू हो गई कि इस बाबा ना जाने कितने लड़कियों की जिंदगियां बर्बाद की होगी?

प्रतीकात्मक तस्वीर

बुधवार के बाद गुरुवार और आज शुक्रवार को भी आश्रम में छापेमारी चल रही है. गुरुवार रात तक 41 नाबालिग बच्चियों के साथ 168 महिलाओं को आश्रम से छुड़ाया गया. इस छापेमारी के दौरान दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल, डॉक्टरों की एक टीम और सीबीआई के भी अधिकारी मौजूद हैं. गुरुवार को भी करीब 6 घंटे तक आश्रम में छापेमारी चली.

आश्रम में अभी भी छापेमारी जारी है और तकरीबन 14 ताले तोड़े जा चुके हैं. कई संदिग्ध सामान भी आश्रम से बरामद हुए हैं. छापेमारी में नशीली दवाइयां और कई आपत्तिजनक चीजें बरामद हुई हैं.

दिल्ली पुलिस के साथ स्वाती मालीवाल पहुंची थी रेड करने 

गौरतलब है कि बीते बुधवार को हाईकोर्ट के निर्देश के बाद जब दिल्ली पुलिस और महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल आश्रम पहुंची तो खुद उन्हें भी और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को भी आश्रम के अंदर जाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी थी.

पिछले मंगलवार को ही हाईकोर्ट के आदेश के बाद एक स्पेशल टीम बनाई गई थी, जिसमें सीबीआई के साथ-साथ महिला आयोग को भी शामिल किया गया था. बाद में मामले को बड़ा होते देख हाईकोर्ट ने बृहस्पतिवार को सीबीआई जांच के आदेश दे दिए.

बृहस्पतिवार को छापेमारी में 41 लड़कियों सहित 168 महिलाओं को रेस्क्यू कराया गया है. 41 लड़कियों का जहां दिल्ली के अलग-अलग बाल सुधार गृह में भेजा गया है. वहीं महिलाओं को भी दिल्ली के विभिन्न सुधार गृह भेजा गया है.

बाबा का फिलहाल कोई अता-पता नहीं चल रहा है, लेकिन बाबा की हरकतें सामने आने के बाद उसके अपने भी एक-एक कर के उसका साथ छोड़ रहे हैं.

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नाम नहीं बताने पर एक शख्स ने फर्स्टपोस्ट हिंदी से बात करते हुए कहा, ‘देखिए मैं यूपी का रहने वाला हूं. पिछले काफी सालों से हमलोग बाबा के भक्त हैं. बाबा की कृपा से ही मैं फिर से संभला हूं, बिजनेस में काफी नुकसान हुआ था पर बाबा के पास आने के बाद ही एक बार फिर से मेरे जीवन में खुशहाली आ गई. मेरी पत्नी और मेरी दो बेटियां भी बाबा के इस आश्रम में काफी सालों तक रहीं. मेरी छोटी बेटी अभी भी इस आश्रम में चार महीने से रह रही हैं.

बाबा खुद को बताता है भगवान शिव 

मीडिया में यह बात सामने आने के बाद मैं अपनी बेटी को लेने आया हूं. जिस तरह से खबर आ रही है उससे मैं डर गया हूं और समाज में शर्मिंदगी का एहसास हो रहा है. मेरे कई परिचित जानते हैं कि मेरी बेटी और पत्नी इस आश्रम में रह रही हैं.’

एनजीओ की संचालिका सीमा शर्मा के मुताबिक बाबा खुद को शिव बताता था. आश्रम में रह रही लड़कियों का बाबा कहा करता था कि तुम अगर मुझसे संबंध बनाओगी तो पार्वती बन जाओगी.

दिल्ली हाईकोर्ट

आश्रम से छुड़ाई गई कुछ लड़कियों की मानसिक दशा को लेकर डॉक्टर भी चिंतित नजर आ रहे हैं. डॉक्टरों का कहना है कि खासकर नाबालिग लड़कियों को इस वक्त इलाज की जरूरत है. डॉक्टरों के मुताबिक कई सारी लड़कियां इस वक्त कुछ भी बोलने में अपने आपको असमर्थ है.

हाईकोर्ट में याचिका दायर करने वाली एनजीओ के मुताबिक इस आश्रम में रात भर गाड़ियों का आना-जाना लगा रहता था. बड़ी-बड़ी कारों में लोग भर-भरकर आते हैं. कुछ लड़कियां तो रात को यहां से जाती हुई भी दिखाई देती थी.

सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह है कि अगर इतने सालों से यहां पर यह सब कुछ हो रहा था तो दिल्ली पुलिस और स्थानीय लोग क्या कर रहे थे? दिल्ली पुलिस का कहना है कि पिछले कुछ महीनों से ही आश्रम के बारे में शिकायतें मिलना शुरू हुआ था, जिसको लेकर पुलिस की टीम आश्रम में गई भी थी पर उस वक्त ऐसे कुछ मामला नहीं दिखा था.