इस साल ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप (All England Championship) में भारतीय खिलाड़ियों के लिए खिताब की राह मुश्किल होने वाली है. इंडोनेशिया ओपन जीतने वाली सायना नेहवाल (Saina Nehwal) और स्टार शटलर पीवी सिंधु (PV Sindhu) के अलावा किदांबी श्रीकांत, एच एस प्रणॉय और बी साई प्रणीत को भी आसान ड्रॉ नहीं मिला है.
इस समय राष्ट्रीय बैडमिंटन चैंपियनशिप खेल रही दोनों खिलाड़ी चैंपियनशिप के फौरन बाद बर्मिंघम जाएंगी. आठ मार्च से चैंपियनशिप की शुरुआत होगी. 18 साल पहले गोपीचंद ने ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप जीती थी. उनसे पहले साल 1980 में प्रकाश पादुकोण ऐसा करने वाले पहले भारतीय थे. इसके बाद पिछले साल पीवी सिंधु सेमीफाइनल में पहुंची थी लेकिन इसके आगे नहीं बढ़ सकी. इस साल सिंधु साउथ कोरिया की सुंग जि ह्यून के खिलाफ अभियान की शुरुआत करेगी.
सिंधू को पिछले साल हॉन्गकॉन्ग ओपन में ह्यून ने हराया था. उसे हराने पर क्वार्टर फाइनल में उसका सामना तीसरी वरीयता प्राप्त चेन युफेइ से हो सकता है. वहीं अच्छे फॉर्म में चल रही सायना नेहवाल का पहला मुकाबला स्कॉटलैंड की क्रिस्टी गिलमोर से होगा.
सायना नेहवाल ने साल 2015 में ऑल इंग्लैंड के चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाई थी. इस साल वह पहले मलेशियन ओपन के सेमीफाइनल में पहुंची और फिर इंडोनेशियन ओपन पर कब्जा किया. शुरुआती आसान ड्रॉ के बाद सायना को क्वार्टर फाइनल में दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी चीनी ताइपै की ताइ झू यिंग से होगा. ताई के खिलाफ सायना का रिकॉर्ड अच्छा नहीं है. वह अब तक 11 मैच उनसे हार चुकी है.
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पुरुषों की बात करें तो बी साईं प्रणीत और एच एस प्रणॉय एक दूसरे के खिलाफ अभियान की शुरुआत करेंगे. वहीं पिछले साल वर्ल्ड टूर सेमीफाइनल्स के सेमीफाइनल में जगह बनाने वाले समीर वर्मा का पहले ही मुकाबले में डेनमार्क के विक्टर एक्सलेसन से होगा. उनसे पार पाना उनके लिए आसान नहीं होगा. वहीं भारत की बड़ी उम्मीद किदांबी श्रीकांत का सामना पहले दौर में फ्रांस के ब्राइस लीवरदेज से होगा. हालांकि क्वार्टर फाइनल में उनके सामने उन्हें पिछले सीजन में पांच बार मात देने वाले केंतो मोमोता होंगे. महिला डबल्स में अश्विनी पोनप्पा और एन सिक्की रेड्डी की टक्कर सातवीं वरीयता प्राप्त जापान की शिहो तनाका और कोहारू योनेमोतो से होगी.