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मुलायम से अखिलेश की बगावत, 235 उम्मीदवारों की सूची जारी की

अगर मुलायम सिंह मामला तुरंत संभालने में कामयाब नहीं होते हैं तो पार्टी टूट के कगार पर है.

Krishna Kant

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीख तय होने से ठीक पहले समाजवादी पार्टी टूट की कगार पर है. पार्टी में वर्चस्व की कई महीने की जंग का अंत अलगाव में समाप्त होता दिख रहा है. दो दिन की कशमकश और बैठकों के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने 235 उम्मीदवारों की नई सूची जारी कर दी है.

खबरों के मुताबिक, अखिलेश ने पार्टी से अलग अपने उम्मीदवारों की सूची जारी की है. ये सभी उम्मीदवार पार्टी के चुनाव चिन्ह पर चुनाव न लड़कर अलग चुनाव चिन्ह पर सपा से अलग चुनाव लड़ेंगे.


दो दिन पहले अखिलेश यादव ने मुलायम सिंह यादव को अपनी तरफ से उम्मीदवारों की लिस्ट भेजी थी. लेकिन मुलायम सिंह यादव जो अंतिम लिस्ट जारी की उनमें से से अखिलेश के कई करीबियों को गायब कर दिया, जबकि कई ऐसे नाम शामिल कर लिए गए जिनका अखिलेश यादव ने विरोध किया था. इस पर अखिलेश ने मुलायम सिंह से मुलाकात की और कुछ अपने करीबियों का टिकट काटे जाने का आधार भी पूछा.

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हालांकि, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता मोहम्मद शाहिद ने हिंदी वेबसाइट न्यूज 18 इंडिया से कहा कि 'पार्टी में कोई टूट नहीं हुई है. ना ही ऐसी कोई लिस्ट जारी हुई है.' जबकि अखिलेश यादव के समर्थक एमएलसी सुनील साजन ने कहा कि 'अखिलेश यादव ने 167 लोगों की सूची नेताजी को दी है, क्योंकि वो दागियों के खिलाफ हैं.'

अखिलेश की इस सूची में 171 विधायक हैं. इसके अलावा उन्होंने 64 नए नाम शामिल किए हैं. इसके पहले मुलायम सिंह यादव ने जो सूची जारी की थी, उसमें अखिलेश के कुछ करीबियों और मंत्रियों तक के नाम नहीं थे. पार्टी की सूची से गायब रहे पवन पांडे और अरविंद सिंह गोप को भी अखिलेश ने अपनी सूची में शामिल किया है.

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मुलायम सिंह से शिवपाल यादव और अखिलेश की मुलाकात के बाद खबर आई कि अखिलेश ने 167 उम्मीदवारों की अलग सूची जारी की है. बाद में इसमें कुछ नाम और शामिल हुए और उम्मीदवारों की संख्या बढ़कर 200 हो गई.

देर रात तक मुख्यमंत्री अखिलेश ने 235 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी. अखिलेश पहले से इस बात पर जोर देते रहे हैं कि अपराधिक छवि वाले लोगों को पार्टी से बाहर रखा जाए. जो मौजूदा विधायक हैं उन्हें ज्यादा महत्व दिया जाए.

उत्तर प्रदेश में कुल 403 विधानसभा सीटें हैं. बाकी बची सीटों के लिए अखिलेश एक ही दो दिन में दूसरी सूची जारी कर सकते हैं. अखिलेश यादव ने अपने समर्थक विधायकों और कार्यकर्ताओं से अलग से चुनाव की तैयारी करने को कह दिया है. अगर पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यह मामला तुरंत संभाल पाने में कामयाब नहीं होते हैं तो पार्टी टूट के कगार पर खड़ी है.