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जब सूर्योदय के बाद भी सर्जिकल स्ट्राइक से नहीं लौटे सैनिक तो चिंतित हो गए थे प्रधानमंत्री मोदी

जब अचानक ऑपरेशन को अंजाम देने गए सैनिकों से कम्यूनिकेशन टूटा तो खतरे की आशंका के चलते प्रधानमंत्री मोदी को और चिंतित कर दिया

FP Staff

नए साल के पहले दिन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल का अपना पहला इंटरव्यू दिया. इस मौके पर उन्होंने साल 2016 में हुई सर्जिकल स्ट्राइक से संबंधित कई राज से पर्दा उठाया. इस दौरान उन्होंने इस खतरनाक ऑपरेशन पर गए स्पेशल फोर्स के कमांडो की सुरक्षा को अपना सर्वप्रथम मकसद बताया.

इसी दौरान उन्होंने कहा कि उन्हें रात भर चले इस ऑपरेशन की पल-पल की जानकारी थी. हालांकि उनकी दिल की धड़कन तब तेज हो गईं जब उनका कनेक्शन कमांडोज से टूट गया. दरअसल सर्जिकल स्ट्राइक पर जाने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने सैनिकों को सख्त आदेश दिया था कि ऑपरेशन सफल हो या विफल उन्हें सूर्योदय से पहले वापस लौटना होगा. ऐसा उन्होंने जवानों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कहा था.


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लेकिन जब सुबह अचानक ऑपरेशन को अंजाम देने गए सैनिकों से कम्यूनिकेशन टूटा तो खतरे की आशंका के चलते प्रधानमंत्री मोदी को और चिंतित कर दिया. उन्होंने कहा, सुबह, जब हमारे बीच सूचना प्रवाह रुक गया, तो एक घंटे के लिए मेरी चिंता और बढ़ गई. सूर्योदय के एक घंटे बाद भी कोई खबर नहीं आई थी. वह समय मेरे लिए बेहद कठिन था.'

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'फिर (सूर्योदय के एक घंटे बाद) जानकारी आई कि वे अभी तक वापस नहीं पहुंचे हैं, लेकिन दो-तीन इकाइयां सुरक्षित क्षेत्र में पहुंच गई हैं, इसलिए चिंता न करें. लेकिन मैंने कहा कि जब तक आखिरी आदमी नहीं लौट आता मेरी चिंता शांत नहीं होगी.'