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शिवसेना की बीजेपी को चुनौती, महाराष्ट्र में मध्यावधि चुनाव को तैयार

शरद पवार की अगुआई वाली एनसीपी ने शिवसेना को सरकार से समर्थन वापस लेने की चुनौती दी.

FP Staff

शिवसेना ने कहा है कि बीजेपी के शासन से नाखुश जनता मध्यावधि चुनाव के लिए तैयार है. साथ ही उसने दावा किया है कि महाराष्ट्र सरकार में शामिल उसके मंत्री इस्तीफा देने के लिए एकदम तैयार हैं और पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के निर्देश का इंतजार कर रहे हैं.

इसस पहले, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी बीजेपी के साथ चल रही गठबंधन सरकार से समर्थन वापस लेने की धमकी दी है. न्यूज 18 इंडिया को दिए इंटरव्यू में उद्धव ठाकरे ने बीजेपी पर कई तरह के आरोप लगाए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी खरी-खोटी सुनाई. शिवसेना नेता ने पीएम मोदी को दूसरों के बाथरूम में झांकने से परहेज करने की सलाह दी.


फडनवीस से खुश नहीं शिवसेना

शिवसेना प्रवक्ता मनीषा कायानडे ने कहा कि उनकी पार्टी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस के कामकाज के तरीके से खुश नहीं है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से फडनवीस खुद को पेश करते हैं, वह भी शिवसेना को पसंद नहीं है.

उन्होंने कहा कि बीजेपी के पास अब इस तरह का दावा करने के अलावा कोई हथियार नहीं बचा है कि बृह्नमुंबई महानगर पालिका का कामकाज पारदर्शी नहीं है. उन्होंने कहा, ‘अगर उनके दावों में सच्चाई है तो वे हमारे साथ सत्ता में क्यों बने हुए हैं. क्या वे सत्ता का सुख उठाना चाहते हैं.’

मुंबई और राज्य के अन्य शहरों में होने वाले निकाय चुनावों में बीजेपी के साथ मतभेद के चलते शिवसेना प्रमुख ने फडनवीस सरकार को ‘नोटिस पीरियड’ में रखा हुआ है और इस कारण पार्टी मंत्रिमंडल से बाहर होने की धमकी दे रही है.

यह भी पढ़ें: फडनवीस सरकार का साथ छोड़ क्यों नहीं देती शिवसेना?

कायानडे ने कहा, ‘हमारे मंत्रियों की मंत्रिमंडल में कोई आवाज नहीं है, वे (भाजपा) मंत्रिमंडल की बैठक को पारदर्शी नहीं बनाते और कामकाज के आक्रमक तरीके में बदलाव नहीं लाते तो सेना के सारे मंत्री हटने के लिए तैयार हैं और पार्टी प्रमुख के निर्देश का इंतजार कर रहे हैं.’

उन्होंने कहा कि शिवसेना ही नहीं जनता भी बीजेपी से तंग आ चुकी है और मध्यावधि चुनाव के लिए तैयार हैं.

'बीएमसी पर बीजेपी का दावा झूठा'

कायानडे ने कहा कि बीएमसी के पारदर्शी नहीं होने के भाजपा के दावे की उनकी ही केंद्र सरकार ने हवा निकाल दी है, इसलिए मुख्यमंत्री ने उद्धवजी के खिलाफ शर्मनाक भाषा का इतेमाल शुरू कर दिया है. प्रवक्ता का इशारा ठाकरे के खिलाफ फडनवीस की उस टिप्पणी की ओर था जिसमें उन्होंने पूछा था कि क्या नोटबंदी का उन पर प्रतिकूल असर पड़ा है.

इस बीच शरद पवार की अगुआई वाली एनसीपी ने शिवसेना को सरकार से समर्थन वापस लेने की चुनौती दी है और कहा कि वे मध्यावधि चुनाव के लिए तैयार हैं.

पार्टी के प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा, ‘शिवसेना के पास सरकार को छोड़ने की हिम्मत नहीं है. अगर वह ऐसा करती है तो एनसीपी किसी पार्टी का समर्थन नहीं करेगी और फिर से चुनाव कराने की मांग करेगी.’

(पीटीआई इनपुट्स के साथ)