आम आदमी पार्टी ने दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घोषणापत्र जारी किया.
इसकी खास बातें:
- केजरीवाल ने कहा, 2019 तक दिल्ली से लैंडफिल यानी कूड़े के पहाड़ हटा दिए जाएंगे.
- नगर निगम के सर्टिफिकेट ऑनलाइन मिलेंगे.
- 3 साल में दिल्ली डेंगू, चिकगुनिया से मुक्त होगी.
- 100 मीटर के प्लॉट के लिए पहले नक्शा मंजूर होगा. 500 मीटर के लिए आर्किटेक्ट को नक्शा मिला.
- केजरीवाल ने कहा कि पार्किंग का ठेका अब तक माफियाओं को दिया गया है. आम आदमी पार्टी बिजली और पानी माफिया के बाद अब पार्किंग माफिया के खिलाफ अभियान चलाएगी.
- आवासीय घरों पर हाउस टैक्स नहीं देना होगा.
- सफाई कर्मचारियों को नौकरी मिलेगी. 7 तारीख को सैलरी मिल जाएगी. नए सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति की जाएगी.
बीजेपी, स्वराज इंडिया और कांग्रेस के घोषणापत्र आ चुके हैं
दिल्ली एमसीडी चुनाव में कांग्रेस, बीजेपी सहित कई पार्टियां अपना रोडमैप पहले ही जारी कर चुका है. कांग्रेस के रोडमैप में दिल्ली नगर निगम को आत्मनिर्भर बनाने से लेकर साफ-सफाई, शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था पर विशेष ध्यान रखने की बात कही गई है.
दिल्ली बीजेपी ने 41 बिंदुओं वाले संकल्प पत्र में कई घोषणाएं की है. बीजेपी के सत्ता में आने पर लोगों को 10 रुपए में भोजन कराने का संकल्प लिया गया. दिल्ली नगर निगम के सभी सेवाओं को पूरी तरह से डिजिटल किया जाएगा, जिससे किसी भी आदमी को निगम के ऑफिस में आने की जरूरत न पड़े.
बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में अनधिकृत कॉलोनियों को नियमति करने की बात की है. केंद्र सरकार से मिलकर एक साल के भीतर दिल्ली के सभी अनधिकृत कॉलोनियों को नियमित किया जाएगा.
सभी प्रकार के लाइसेंस सिंगल विंडो सिस्टम के जरिए कम दस्तावेज के आधार पर उपलब्ध कराने को भी संकल्प पत्र में शामिल किया गया है.
बीजेपी ने जहां अपने घोषणापत्र में 10 रुपए में खाना और दिल्ली की जनता पर कोई कर नहीं लगाने का एलान किया है. वहीं, कांग्रेस ने एमसीडी को आर्थिक तौर पर आत्मनिर्भर से लेकर रेहड़ी-पटरी वालों के लिए नए लाइसेंस देने के साथ एमसीडी को अतिरिक्त राजस्व जुटाने की बात कही है.
दिल्ली नगर निगम में पहली बार चुनाव लड़ रही स्वराज इंडिया पार्टी ने पर्यावरण को मुख्य मुद्दा बनाया है. पार्टी ने अपने घोषणापत्र में दिल्ली की साफ-सफाई और कूड़े की समस्या से निजाद दिलाने की भी बात की है. देश में यह पहला मौका है जब किसी राजनितिक पार्टी ने पर्यावरण को ही मुख्य मुद्दा बनाया है.