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इंदु सरकार : मधुर भंडारकर ने फिल्म इंडस्ट्री को जमकर कोसा

'इंदु सरकार' विवाद में बॉलीवुड से सपोर्ट ना मिलने पर दुखी हुए मधुर भंडारकर

Hemant R Sharma

मधुर भंडारकर उनकी आगामी विवादित फिल्म 'इंदु सरकार' के मामेल में फिल्मी बिरादरी के एकजुटता नहीं दिखाने से 'दुखी' हैं. उनकी फिल्म 1975 के आपातकाल पर आधारित है. इसे सीबीएफसी की रिव्यू कमेटी ने यू/ए सर्टिफिकेट, दो कट और एक डिस्क्लेमर के साथ पास किया है.

हालांकि, फिल्म इंडस्ट्री से उन्हें कोई भी उनके पक्ष में खड़ा नहीं दिखाई दिया, जबकि उन्होंने जब 'उड़ता पंजाब' और 'ऐ दिल है मुश्किल' जैसी फिल्में विवादों में पड़ी थीं, तब इनका समर्थन किया था.


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भंडारकर ने मुंबई में एक एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "वास्तव में दुख महसूस होता है, क्योंकि बतौर फिल्मकार मैं हमेशा फिल्म बिरादरी के साथ रहा हूं, चाहे वह 'उड़ता पंजाब' और 'ऐ दिल है मुश्किल' जैसी फिल्में हों या कोई और..लेकिन उनकी अपनी समस्याएं रहीं, इसलिए आपको तब गुस्सा आता है, जब आप चुनिंदा मौकों पर ही सक्रियता देखते हैं."

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भंडारकर ने दुखी होकर कहा कि आज जो उनके साथ हुआ है, कल वह दूसरों के साथ भी हो सकता है, इसलिए महज अपनी सुविधा के अनुसार समर्थन देना उचित नहीं है. किसी ने भी उनकी फिल्म के बारे में कोई ट्वीट नहीं किया, समर्थन नहीं किया, जिससे उन्हें तकलीफ पहुंची है.

नागपुर और पुणे में फिल्म के प्रचार के दौरान कांग्रेस कार्यकताओं द्वारा विरोध की घटना को भी उन्होंने दुखद बताया. इससे पहले इस फिल्म में एक्टिंग कर रहे अनुपम खेर ने कहा था कि जैसे 'उड़ता पंजाब' की रिलीज के समय इंडस्ट्री ने एकजुट होकर आवाज बुलंद की थी, वैसे ही इस बार भी करने की जरूरत है.