2019 के लोकसभा चुनावों के पहले महागठबंधन को बड़ा झटका लगा है. मध्यप्रदेश में बीएसपी ने 29 लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. बीएसपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामजी गौतम ने पार्टी की एक अहम बैठक में इसका ऐलान किया.
मायावती ने पिछले दिनों मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के दौरान भी किसी के साथ गठबंधन नहीं किया था. पिछले कुछ समय से महागठबंधन को लेकर कोशिशें चल रही हैं. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने महागठबंधन की एक बैठक दिल्ली में बुलाई थी, लेकिन इसमें मायावती शामिल नहीं हुई थी.
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 में बीएसपी को सिर्फ दो सीटों पर जीत मिली थी. भिंड में संजीव सिंह बड़े वोटों के अंतर से जीते हैं तो वहीं पथरिया से रामबाइट गोविंद सिह ने 2205 वोट से जीत हासिल की है. इस बार बीएसपी के वोट शेयर की बात करें तो प्रदेश की सभी पार्टियों में चौथे नंबर पर उनको वोट मिले.
हालांकि बीएसपी द्वारा मध्यप्रदेश में दो सीटें मिलने के बाद कांग्रेस को समर्थन देने के ऐलान से लगा था कि स्थिति में थोड़ा़ सुधार हुआ है. लेकिन कांग्रेस द्वारा जीते गए तीनों राज्यों में मुख्यमंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह में मायावती की गैरमौजूदगी भी बहुत कुछ बयान कर रही थी.
आज उस उहापोह की स्थिति को खत्म करते हुए मध्यप्रदेश में बीएसपी ने विरोध का बिगुल फूंक ही दिया और बता दिया कि विपक्ष के लिए महागठबंधन की डगर कांटो भरी है.
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