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खबरों में रहने के मामले में मोदी नंबर वन और राहुल दूसरे नंबर पर: Yahoo

याहू के ‘ईयर इन रीव्यू’ भारत में इंटरनेट उपयोग करने वालों की रूचि के हिसाब से तैयार किया जाता है

FP Staff

भारत में खबरों की सुर्खियों में स्थान पाने के मामले में 2018 में एक बार फिर सबसे ऊपर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रहे. याहू साल 2018 की समीक्षा सूची में यह कहा है. पिछले कुछ वर्षों से मोदी इस सूची में शीर्ष स्थान पर चल रहे हैं. इस साल की सूची में दूसरे स्थान पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी रहे.

याहू की सूची में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य जज दीपक मिश्रा तीसरे स्थान पर हैं. तीन तलाक और अनुच्छेद 377 पर कोर्ट के निर्णयों से उनका नाम चर्चा में रहा. यौन उत्पीड़न के आरोप में विदेश राज्यमंत्री के पद से इस्तीफा देने वाले एम जे अकबर सूची में छठे पायदान पर रहे. अकबर कथित आर्थिक धोखाधड़ी करने वालों विजय माल्या और नीरव मोदी से पीछे हैं.


अभिनेता दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह की शादी को लेकर उत्सुकता के कारण ये दंपत्ति भी सुर्खियों में रहे.

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याहू के बयान के अनुसार सूची में जगह पाने वालों में सबसे कम उम्र का करीना कपूर और सैफ अली खान का बेटा तैमूर अली खान है. इसको लेकर इंटरनेट पर खूब खबरें देखी गयी और खोजी गयी. इसके अलावा मलयालम फिल्म ओरू अदार लव में अभिनेत्री प्रिया प्रकाश वारिअर को भी सूची में जगह मिली. अभिनेत्री के आंख मारने का वीडियो सुर्खियो में रहा.

साल के दौरान तीन फर्जी खबरों को सूचीबद्ध करते हुए याहू ने बयान में कहा, ‘वर्ष 2018 में कई फर्जी खबरें आनलाइन छाई रही. ‘क्या वाकई में मादी ने ओवैसी के पैर छुए?’ (फोटोशॉप कर बनायी गयी खबर). ‘मोदी ने 15 लाख रुपए मासिक पर ‘मेक अप’ कलाकार की सेवा ली.’ (एक पुरानी तस्वीर के आधार पर उड़ाई गयी खबर जिसमें मैडम तुसाद अपने संग्रहालय में स्थापित किए जाने वाले मोम के पुतले के लिए प्रधानमंत्री मोदी की माप ले रही हैं). ‘राहुल गांधी ने मंच पर एक महिला का हाथ थामा.’ (इस फोटो को जन आंदोलन रैली के दौरान एक बड़े समूह द्वारा एकजुटता दिखाते हुए हाथ उठाने से पहले लिया गया था).

याहू के ‘ईयर इन रीव्यू’ भारत में इंटरनेट उपयोग करने वालों की रूचि के हिसाब से तैयार किया जाता है. इसमें खबरों, कहानियों और शीर्षकों में सुर्खियां बटोरने वालों को जगह दी जाती है, जो वायरल होता है और साल के दौरान छाया रहता है. यह उपयोगकर्ताओं की ‘सर्च’ आदत पर आधारित है और जो वे पढ़ते हैं, साझा करते हैं, उसके आधार पर चुना जाता है.

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