यूपी कैबिनेट ने मुगलसराय तहसील का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय तहसील करने के फैसले को मंजूरी दे दी है.
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने पिछले एक साल में कम से कम 25 नगरों और गांवों के नाम बदलने के प्रस्ताव को हरी झंडी दी है जबकि नाम बदलने के
कई प्रस्ताव अभी लंबित भी पड़े हुए हैं जिसमें पश्चिम बंगाल का नाम बदलने का भी प्रस्ताव है.
जिन इलाकों के नाम बदले गए हैं उसकी सूची में उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद और फैजाबाद ताजातरीन इजाफा है. कई प्रस्ताव केंद्र सरकार की अनुमति पाने
की बाट जोह रहे हैं. इनमें पश्चिम बंगाल का नाम 'बांग्ला' करने का भी प्रस्ताव है. यह प्रक्रिया काफी लंबी है और इसमें कई केंद्रीय मंत्रालय और विभाग भी
शामिल होते हैं.
गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पिछले एक साल में देश के विभिन्न हिस्सों में 25 नगरों और गांवो के नाम
बदलने के प्रस्तावों को सहमति दी है.
केंद्र ने जनसंघ नेता दीन दयाल उपाध्याय के नाम पर प्रतिष्ठित मुगलसराय रेलवे स्टेशन को दीन दयाल उपाध्याय (डीडीयू) स्टेशन का नाम बदलने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी. वह यहां 1968 में रेलवे स्टेशन पर मृत पाए गए थे.
मुंबई के प्रतिष्ठित छत्रपति शिवाजी टर्मिनस में 'महाराज' शब्द जोड़ने के लिए भी स्वीकृति दी गई थी. इसे अब छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस के नाम से जाना जाता है.
2011 में उड़ीसा को ओडिशा करके राज्य का नाम बदल दिया गया था. 1995 में बॉम्बे का नाम मुंबई में बदला गया. 1996 में मद्रास को चेन्नई, कलकत्ता
2001 में कोलकाता हो गया. केंद्र सरकार ने 2014 में कर्नाटक के 11 शहरों के नाम बदलने को मंजूरी दे दी थी, जिनमें बैंगलोर को बेंगलुरू के रूप में शामिल किया गया था.
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(एजेंसी इनपुट के साथ)