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सेलिब्रिटी के लिए ट्विटर दुधारी तलवार है

ट्विटर पर गुमनाम लाखों लोग तो सेलिब्रिटी से मिलने वाली प्रशंसा के अलावा फटकार को भी अपना इनाम ही मानते हैं

Piyush Pandey

गायक सोनू निगम ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर को अलविदा कहते हुए एक महत्वपूर्ण सवाल ट्विटर नियमन का उठाया है. आखिर क्यों कुछ लोगों के रिपोर्ट करने पर कोई खास ट्विटर खाता ब्लॉक हो जाता है, और क्यों आपत्तिजनक कंटेंट से लबालब कोई दूसरा ट्विटर खाता ब्लॉक नहीं होता?

किसी खाते पर आपत्तिजनक कंटेंट पोस्ट होने को ब्लॉक करने के मामले में माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर की अपनी प्रक्रिया है. लेकिन बड़ा सवाल है कि क्या ट्विटर का नियमन संभव है? और दूसरा सवाल यह कि क्या ट्विटर कंटेंट पर सेंसरशिप की कोई भी कोशिश क्या ट्विटर की आत्मा नहीं मार देगी?


सोनू निगम ने फैन्स को अलविदा कहते हुए अपने आखिरी कुछ ट्वीट्स में लिखा- ‘मैं लोगों के एक तरफा दिखावे का विरोध करते हुए आज ट्विटर छोड़ रहा हूं. हर समझदार देशभक्त और इंसानियत को मानने वाले को भी ऐसा ही करना चाहिए. मैं किसी राइट विंग-लेफ्ट विंग से ताल्लुक नहीं रखता लेकिन मैं सबकी रॉय की कद्र करता हूं, आशा करता हूं कि मैं यहां दोबारा कभी नहीं लौटूंगा. अलविदा, 6.5 मिलियन’

सेलिब्रिटी ट्विटर से लाखों रुपए कमाते हैं

सोनू निगम गायक अभिजीत के ट्विटर एकाउंट के सस्पेंड होने से आहत हैं. उन्हें लगता है कि अभिजीत का एकाउंट सस्पेंड करना गलत है.

दरअसल, ट्विटर को लेकर एक समझ बहुत जरूरी है. वह यह कि ट्विटर अभी भी सेलिब्रिटी मंच है. भारत में ट्विटर के चार करोड़ से ज्यादा यूजर्स होने के बावजूद अभी भी यह आम लोगों का माध्यम नहीं बन सका है, और औसतन एक आम ट्विटर यूजर्स के सिर्फ 20 फॉलोअर्स हैं. जबकि सेलिब्रिटी के फॉलोवर्स की संख्या करोड़ों में है यानी सेलिब्रिटी अपनी बात कहते हैं, और आम लोग उन्हें सुनते हैं.

ट्विटर पर सेलिब्रिटी के फॉलोवर्स की संख्या बहुत ज्यादा होती है

इस सुनने-सुनाने के खेल में ही कई ट्विटर सेलिब्रिटी हर महीने लाखों रुपए कमा रही हैं. सिर्फ ट्वीट करने के एवज में विज्ञापन एजेंसियां कई सेलिब्रिटी को लाखों रुपए देती हैं.

यूं ट्विटर की कार्यप्रणाली ऐसी है कि एक आम यूजर भी @ के साथ किसी भी यूजर का हैंडल लिखते हुए अपनी बात उस तक पहुंचा सकता है लेकिन सेलिब्रिटी उनके साथ कितना संवाद करता है-ये सेलिब्रिटी पर निर्भर है.

लेकिन सेलिब्रिटी के लिए ट्विटर अगर अपने आप में मीडिया का काम करता है तो यह एक दुधारी तलवार भी है. अभिजीत ने जोश में जो टिप्पणी की-वो उन्हें हटानी पड़ी. परेश रावल के मामले में भी ऐसा हुआ, जिसमें उन्होंने अरुंधति रॉय पर एक टिप्पणी की लेकिन विवाद हुआ तो ट्वीट हटाना पड़ा.

अरुंधति के जिस कथित बयान के प्रतिक्रियास्वरूप यह टिप्पणी की गई थी-वैसी कोई टिप्पणी करने से अरुंधति ने इंकार किया है और जिन साइट पर इस बाबत खबर थी, उनकी अपनी कोई विश्वसनीयता नहीं है. यानी सोशल मीडिया पर अलग-अलग प्रोपेगेंडा चलते रहते हैं, और सेलिब्रिटी के लिए यह समझ जरूरी है कि वो इन प्रोपेगेंडा का शिकार न हो.

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इसमें कोई दो राय नहीं है कि ट्विटर के रूप में सेलिब्रिटी को अपना ऐसा मीडिया मिल गया है, जिसमें वो बिना मुख्यधारा के मीडिया का सामना किए बगैर अपनी बात कहकर निकल सकते हैं. लेकिन-इसी दौरान 'ट्रोल्स' का शिकार होते हैं, तो उन्हें परेशानी होती है. ट्रोल्स की हरकतों-टिप्पणियों को जायज नहीं ठहराया जा सकता लेकिन जब ट्विटर मंच ही सेलिब्रिटी का है तो इसकी अच्छाई-बुराई का सबसे ज्यादा प्रभाव उन्हें ही पड़ना है.

लेकिन-लगातार बढ़ते विवादों के बीच बड़ी हस्तियों को यह बात समझनी होगी कि ट्विटर पर बने रहने का मतलब दुधारी तलवार पर चलना है. एक तरफ ट्रोल्स हैं, तो दूसरी तरफ सेलिब्रिटी का वैचारिक पक्ष. इनके बीच में 140 अक्षरों में उबाल मारते भावनाओं के गोले.

डिजाइनर ने मानहानि के मामले में लव को अदालत में घसीट लिया

गौरतलब है कि कुछ साल पहले अनुराग कश्यप और अरबाज खान में ट्विटर वॉर हुआ तो काफी ट्वीटबाजी के बाद अनुराग ने खेद जताते हुए लिखा था- ‘माफी इसलिए मांगी है क्योंकि मैंने गलत खबर पर रिएक्ट किया था.’

उस वक्त ये कहा गया था कि अनुराग नशे की हालत में कुछ अफवाहों पर भड़के और अपने गुस्से को ट्विटर पर जाहिर कर दिया यानी बात एक पल में सार्वजनिक हो गई.

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यानी अगर अनुराग होश में होते तो वह ऐसा कतई नहीं करते. ऐसा पहली बार नहीं था कि जब नशे और ट्विटर का ‘कॉकटेल’ सेलिब्रिटी के लिए बेहद घातक साबित हुआ. इसका सबसे चर्चित उदाहरण अमेरिकी रॉक गायिका कर्टनी लव का है, जिन्होंने नशे की हालत में फैशन डिजाइनर डॉन साइमोरंगकिर से कपड़ों को लेकर हुई बहस को ट्विटर जंग में तब्दील कर दिया था.

लोगों ने अनुराग कश्यप को भी ट्विटर पर ट्रोल किया था

फैशन डिजाइनर ने मानहानि के मामले में लव को अदालत में घसीट लिया. और फिर लव को अदालत के बाहर समझौते के दौरान करीब साढ़े चार लाख डॉलर का हर्जाना भरना पड़ा था.

निश्चित रूप से ट्विटर पर भारतीय हस्तियों का भावनात्मक उबाल भी अब कोर्ट-कचहरी की दहलीज तक पहुंचने वाला है. इसलिए ट्विटर पर सक्रिय हर शख्स के लिए जरूरी है वो संयम बरते. और ये संयम सेलिब्रिटी को ही ज्यादा बरतना होगा क्योंकि उनकी अपनी पहचान, विश्वसनीयता और वैरिफाइड एकाउंट है.

ट्विटर पर गुमनाम लाखों लोग तो सेलिब्रिटी से मिलने वाली प्रशंसा के अलावा फटकार को भी अपना इनाम ही मानते हैं तो लगातार ऐसी बात करते हैं कि सेलिब्रिटी का ध्यान आकर्षित किया जा सके. लेकिन-सेलिब्रिटी को समझना होगा कि ट्विटर दुधारी तलवार है, और इस पर चलने के भी अपने नियम-कायदे हैं और इन नियम-कायदे में पहला नियम है-संयम.