दिल्ली-एनसीआर में दफ्तर जाने वाले परेशान हो सकते हैं. इसकी वजह ऐप बेस्ड टैक्सी सर्विस, ओला और उबर ड्राइवरों की होने वाली हड़ताल है. मंगलवार को ओला और उबर के ड्राइवरों के ‘निम्न किराए' के खिलाफ एक दिन की हड़ताल करने की धमकी दी है.
ड्राइवरों की हड़ताल का यह दूसरा दौर है. वह फरवरी में भी हड़ताल पर चले गए थे, तब उनकी हड़ताल 13 दिन तक चली थी. इसके चलते दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, गुड़गांव और फरीदाबाद में लोगों को काफी असुविधा हुई थी.
निजी परिवहन सेवा पर असर पड़ेगा
मंगलवार की हड़ताल से दिल्ली और एनसीआर में प्राइवेट ट्रांसपोर्ट सर्विस पर असर पड़ सकता है. टूरिस्ट टैक्सी प्रोवाइडर, ऑटो रिक्शा यूनियन और सर्वोदय ड्राइवर एसोसिएशन ने भी ओला-उबर के ड्राइवरों को अपना समर्थन दिया है.
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ओला-उबर कैब का प्रतिनिधित्व करने का दावा करने वाले एसोसिएशन की मांग है कि, वर्तमान किराया दर छह रुपए प्रति किलोमीटर से बढ़ाकर 20 रुपए प्रति किलोमीटर तय की जाए.
उसने उस 25 फीसदी कमीशन को भी खत्म करने की मांग की है जो कंपनियां ड्राइवरों से वसूलती हैं.
एसोसिएशन के उपाध्यक्ष रवि राठौड़ ने कहा कि, दिल्ली सरकार के खिलाफ ड्राइवर विरोध मार्च निकालेंगे. उन्होंने उत्तरी दिल्ली में मंजनू का टीला से मुख्यमंत्री आवास तक विरोध मार्च निकालने की बात कही.
दिल्ली और एनसीआर में ऐप बेस्ड लगभग 1.25 लाख कैब हैं. इनके ड्राइवरों में नाराजगी है कि, सरकार ओला और उबर से जुड़े मुद्दों में हस्तक्षेप नहीं कर रही है.