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जेएनयू से लापता नजीब मामले में सीबीआई भी खाली हाथ

अदालत की फटकार से बचने के लिए सीबीआई ने नजीब को सूचना देने वाले के लिए चार हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं

Ravishankar Singh

सीबीआई ने जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) से लापता छात्र नजीब अहमद का पता बताने वाले को 10 लाख रुपए इनाम देने की घोषणा की है. नजीब अहमद पिछले आठ महीने से जेएनयू कैंपस से गायब है.

सीबीआई ने नजीब को सूचना देने वाले शख्स के लिए चार हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. 011-24368641, 24368634, 24368638 और 9650394796 नंबरों पर संपर्क कर नजीब के बारे में जानकारी दे सकते हैं.


नजीब की गुमशुदगी मामले ने काफी राजनीतिक रंग ले लिया था. नजीब की मां ने इस मामले में कई एनजीओ के साथ मिलकर दिल्ली में प्रदर्शन किया था.

नजीब अहमद की बरामदगी में देरी को लेकर दिल्ली के कई जगहों से विरोध मार्च निकाला जा रहा था. विरोध मार्च में नजीब अहमद की मां, बहन, भाई और उसके दोस्त हिस्सा ले रहे थे.

जेएनयू से लेकर जंतर मंतर तक केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस से नजीब को जल्द से जल्द ढूंढ निकालने की मांग की जा रही थी.

नजीब अहमद का जेएनयू चुनाव प्रचार के सिलसिले में विश्वविद्यालय के ही कुछ छात्रों से झगड़ा हुआ था. इसके बाद 16 अक्टूबर से वो गायब है.

दिल्ली हाईकोर्ट ने नजीब अहमद का सुराग नहीं मिलने पर केस सीबीआई को सौंप दिया है

सीबीआई हाल ही में विश्वविद्यालय परिसर के छात्रावास गई थी. नजीब की मां फातिमा नफीस ने सीबीआई अधिकारियों से मुलाकत कर नजीब के लापता होने से पहले के पूरा घटनाक्रम के बारे में उन्हें जानकारी दी थी.

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नजीब की गिरफ्तारी के रहस्य को सुलझाने के लिए दिल्ली पुलिस ने कुछ छात्रों को हाईकोर्ट से पॉलीग्राफ टेस्ट करने की बात कही थी. दिल्ली पुलिस ने हाईकोर्ट को कहा था कि पॉलीग्राफ टेस्ट कराने में कोई परेशानी नहीं है, लेकिन नजीब के दोस्तों के साथ एबीवीपी के छात्रों को इसके लिए तैयार होना पड़ेगा.

सिर्फ एबीवीपी छात्रों का ही पॉलीग्राफ टेस्ट

दूसरी तरफ एबीवीपी का कहना था कि दिल्ली पुलिस सिर्फ एबीवीपी के छात्रों का ही पॉलीग्राफ टेस्ट कराना चाह रही है. नजीब अहमद के दोस्तों की भी पॉलीग्राफ टेस्ट होनी चाहिए. जिसके बाद हाईकोर्ट ने दिल्ली पुलिस को फटकार लगाई थी.

हाईकोर्ट ने नजीब अहमद के बारे में कोई सुराग नहीं मिलने पर हैरानी जाहिर करते हुए मामला सीबीआई को सौंप दिया.

नजीब अहमद की मां फातिमा नफीस ने फ़र्स्टपोस्ट हिंदी से बात करते हुए दिल्ली पुलिस के रवैए पर सवाल खड़ा किया गया था. दिल्ली पुलिस के रवैये पर सवाल उठाने के बाद ही अदालत ने सीबीआई जांच के आदेश दिए थे.

फातिमा नफीस ने फ़र्स्टपोस्ट हिंदी से बात करते हुए कहा था कि ‘मेरा दिल्ली पुलिस पर से विश्वास उठ गया है. दिल्ली पुलिस का रवैया भरोसा करने लायक नहीं है. हमने बंदी प्रत्यक्षीकरण के तहत हाईकोर्ट में रिट दाखिल किया. मेरे बेटे को गायब हुए कई महीने बीत गए लेकिन दिल्ली पुलिस कुछ भी नहीं कर रही.’

नजीब अहमद की मां ने दिल्ली पुलिस पर अपने बेटे को ढूंढने के लिए कोई कोशिश नहीं करने का आरोप लगाया है

जेएनयू का छात्र नजीब अहमद 16 अक्टूबर, 2016 से जेएनयू कैंपस से गायब है. उसके बारे में आज तक न तो दिल्ली पुलिस और न ही सीबीआई कुछ पता लगा पाई है.

नजीब अहमद मामले की अगली सुनवाई 17 जुलाई को होनी है. ऐसा माना जा रहा है कि सीबीआई को अदालत से फटकार लगने का अंदेशा पहले से ही हो गया है. सीबीआई इस तरह के ताजा कदम उसी फटकार से बचने के लिए उठा रही है.