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क्या बॉलीवुड में हॉलीवुड की तरह 'कास्टिंग काउच' पर कड़ा एक्शन लेने की हिम्मत है?

बॉलीवुड भी कास्टिंग काउच की कहानियों के लिए बदनाम है लेकिन ये कब और कैसे रुकेगा इसका जवाब किसी के पास नहीं है

Bharti Dubey

अगर आप सोचते हैं कि हार्वे वाइनस्टीन द्वारा अभिनेत्रियों के यौन शोषण पर हॉलीवुड में मचे कोहराम से सबक सीखकर बॉलीवुड भी ऐसे मामलों में कड़ा रुख अपनाएगा तो आप गलत हैं.

फिल्म प्रोड्यूसर्स का संगठन `हार्वे वाइनस्टीन' जैसे मामलों में कोई कार्रवाई नहीं करने जा रहा. फिल्म प्रोड्यूसर रमेश तोरानी का कहना है, "जो भी यौन शोषण की शिकायत करना चाहता है वो आसानी से पुलिस के पास जा सकता है. यह एक आपराधिक मामला है. फिल्म संगठन कुछ नहीं कर सकते."


इंडियन फिल्म एंड टेलीविजन डायरेक्टर्स एसोसिएशन (IFTDA) के अशोक पंडित पूरे अभियान को दिखावा बताकर खारिज करते हैं. उनका मानना है कि जो लोग यौन शोषण की शिकायत कर रहे हैं वो पुरुषों को मोहरा बनाकर शोहरत हासिल कर चुके हैं. "हमें किसी पर पाबंदी लगाने की जरूरत नहीं है. पुलिस के पास जा कर शिकायत की जा सकती है.''

गौरतलब है कि प्रियंका चौपड़ा और पूजा भट्ट ने इसकी पुष्टि की थी कि बॉलीवुड में कई हार्वे वाइनस्टीन हैं. प्रियंका ने फिल्मों से निकाले जाने के बारे में बात की थी क्योंकि उन्हें नहीं पता था कि नेटवर्किंग कैसे की जाती है. एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा,''हर लड़की ने ताकतवर शख्स की धमकी झेली है. यह दस्तूर है. नहीं मानने पर उसका करियर बिगड़ जाएगा क्योंकि उसकी जगह लेने के लिए कोई और तैयार है. खुश हूं कि मैं ऐसी दुनिया में रहती हूं, जहां महिलाएं एक-दूसरे के समर्थन में खड़ी होती हैं.

महिलाओं से कहा जाता है कि वो दूसरी महिला को नीचा दिखाएं क्योंकि कोई एक ही आगे बढ़ सकती है, लेकिन अब हम ऐसी दुनिया में रह रहे हैं जहां मेरी पीढ़ी मजबूती से इसके खिलाफ लड़ रही है ताकि अगली पीढ़ी के साथ ऐसा न हो. आज पुरुष भी महिलाओं के समर्थन में आगे आ रहे हैं क्योंकि नारीवाद को पुरुषों की सख्त जरूरत है.''

एक घटना को याद करते हुए प्रियंका कहती हैं, "मैं कई फिल्मों से बाहर निकाल दी गई क्योंकि मेरा नेटवर्क नहीं था, आज भी मेरा नेटवर्क नहीं है, मैंने इसका मुकाबला किया. मैं खूब चीखी. मैंने पिता से कहा कि अगर मुझे छोटी फिल्में भी करनी पड़े तो मुझे शानदार काम करना होगा. मुझे सिर्फ अपने अभिनय पर भरोसा था. मैं सिर्फ 19 साल की थी और यह सब कुछ डरावना था.''

बॉलीवुड में भी ऐसे मामले भरे पड़े हैं. इंडस्ट्री के एक सूत्र के मुताबिक एक बड़े प्रड्यूसर-डायरेक्टर ने अपनी फिल्म के एक शेड्यूल की शूटिंग होने के बाद उसे रोक दिया. वो धमकी देने लगा कि फिल्म की लीड एक्ट्रेस या तो मुंबई के मड आइलैंड में उसे उसके बंगले पर मिले, नहीं तो वो फिल्म बंद कर देगा. ये एक्ट्रेस एक बड़ी स्टार थी और उसके बाद कोई चॉइस थी भी नहीं.

एक पुराने पत्रकार जो लंबे वक्त से इंडस्ट्री से जुड़े हैं, खुलासा करते हैं कि महिलाओं पर फिल्में बनाने वाला एक फिल्ममेकर इस बारे में काफी मुखर था. वो लड़कियों से साफ कहता था कि मैं तुम्हें फिल्म में ब्रेक दे रहा हूं, तुम मुझे बदले में क्या दोगी?

एक पुरानी एक्ट्रेस की बेटी ने इस फिल्ममेकर के खिलाफ कुछ आवाज उठाने की कोशिश की लेकिन फिर इस लड़की के साथ किसी और ने काम ही नहीं किया.

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पूजा भट्ट इस मसले पर खासी मुखर हैं. उन्होंने हार्वे वाइनस्टीन को निलंबित करने के एकेडमी के फैसले का स्वागत किया है. हालांकि उन्हें लगता है कि फिल्म संगठन वाइनस्टीन के खिलाफ कभी कार्रवाई नहीं करेंगे. उन्होंने कहा,``बॉलीवुड में कई वाइनस्टीन हैं. लेकिन वो शक्तियां जिनसे हम चलते हैं, क्या कभी ऐसा फैसला ले सकती है जो एकेडमी ने लिया है? कभी नहीं. संगठन झूठ बोल रहे हैं.''

एकेडमी के एक सदस्य उज्ज्वल निरगुडकर का मानना है कि बॉलीवुड का रुख भी हॉलीवुड जैसा होना चाहिए. उन्होंने कहा,``भारतीय फिल्म उद्योग भी वही कदम उठाना चाहिए. लेकिन भारत में हमारे पास एकेडमी जैसा संगठन नहीं है. हो सकता है IMPAA ऐसी ही कार्रवाई करे. मेरी राय है कि यह सभी उद्योगों पर लागू होना चाहिए, सिर्फ फिल्म उद्योग पर नहीं. मैं बहुत खुश हूं कि ऑस्कर अकेडमी बोर्ड ऑफ गवर्नर्स ने यह फैसला लिया है. इस फैसले से न सिर्फ हॉलीवुड या अमेरिका बल्कि पूरी दुनिया में एकेडमी की प्रतिष्ठा बढ़ाने में मदद मिलेगी.''

प्रियंका ने इस ओर इशारा किया कि किसी लड़की पर आरोप लगाना कितना आसान है, अभिनेत्री पायल रोहतगी को दिबाकर बनर्जी के खिलाफ आरोप लगाने की सजा मिली. ऐसी खबरें थी कि वो फिल्म का हिस्सा बनने के लिए बेताब थी. एक महत्वाकांक्षी अभिनेत्री ने समझौता किया – वास्तव में उसे काम नहीं मिला था, लेकिन उसकी आर्थिक स्थिति अच्छी हो गई.

इसी तरह के एक मामले में उलझने वाली एक और गायक ने नंबर वन का रुतबा सिर्फ इसलिए खो दिया कि वह शो के डायरेक्टर के साथ समझौता करने के लिए सहमत नहीं थी.  उसे खत्म कर दिया गया. एक समय ऐसा था जब किसी टेलीविजन अदाकारा को हटाने का संकेत था कि उसने डायरेक्टर, प्रोड्यूसर्स या फिर चैनल एग्जीक्यूटिव के साथ समझौता करने से इनकार कर दिया.

एक ऐसा मामला भी सामने आया, जब अदाकार को चैनल एग्जीक्यूटिव ने गोरेगांव में एक फ्लैट पर बुलाया, लेकिन उसने इनकार कर दिया. इसके बाद उसे सीरियल से हटा दिया गया. बाद में उसने ये खुलासा किया और चैनल एग्जीक्यूटिव को बर्खास्त कर दिया गया.

कास्टिंग काउच के लिए बदनाम हॉलीवुड का प्रड्यूसर हार्वे वाइनस्टीन

अधिकतर संगठन वास्तव में बॉलीवुड के हार्वे वाइनस्टीन्स पर पूरी तरह पाबंदी पर कोई फैसला नहीं ले रहे हैं. हालांकि CINTAA  के अमित बहल इससे सहमत हैं कि उन्हें अभिनेत्री शिल्पा शिंदे मामले जैसे मामलों की शिकायतों पर गौर करना चाहिए था, लेकिन दुर्भाग्य से वह एसोसिएशन के खिलाफ चली गई और उसे बदनाम करने लगी. लेकिन हमें हर किसी को शिकायत रखने का मौका देना चाहिए. शिकायत को दोनों पक्षों के साथ बैठकों और फिर FWICE के पास ले जाकर निपटाना चाहिए.  हम ट्रेड यूनियन हैं और हम यही कर सकते हैं. हम दोनों पक्षों को सुने बिना किसी को निलंबित नहीं कर सकते.''

लोकप्रिय सीरियल साराभाई वर्सेज साराभाई के प्रोड्यूसर जे डी मजीठिया ने कहा कि वह शोषण की शिकायत करने वाली महिला की हमेशा मदद करेंगे. हालांकि उन्होंने यह भी जोड़ा कि आरोप लगाने वालों को इसे साबित करना चाहिए, तभी आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है. मजीठिया ने कहा, ''ऐसे मामले हैं जिनमें आरोप लगाए गए लेकिन साबित नहीं हुए. इसलिए हम तभी कार्रवाई कर सकते हैं जब सबूत हो और किसी सदस्य पर बैन या उसे बाहर करने के लिए पर्याप्त आधार हो. इसके अलावा अन्य संगठन भी इसमें शामिल हो सकते हैं,जिनके सामने मामला रखना होगा और फिर कार्रवाई की जाएगी.''