विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने एक भारतीय महिला की उसके बेटे का शव लाने में मदद की. यह महिला अपने बेटे के साथ आस्ट्रेलिया से भारत आ रही थी, लेकिन क्वालालंपुर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर अचानक उसके बेटे की मौत हो गई. एक शख्स ने ट्वीट के जरिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को इस घटना की जानकारी दी.
ट्वीट के बाद सुषमा ने क्वालालंपुर स्थित भारतीय उच्चायोग के जरिए मदद का आश्वासन दिया और कहा कि शव सरकार के खर्चे पर भारत लाया जाएगा.
सुषमा ने बाद में ट्वीट किया, 'भारतीय उच्चायोग के अधिकारी मां और उसके बेटे के शव के साथ मलेशिया से चेन्नई आ रहे हैं. शोक संपतप्त परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं.'
Indian High Commission official is escorting the mother and mortal of remains of the deceased son from Malaysia to Chennai. My heartfelt condolences to the bereaved family. https://t.co/5FTCTzFYSe
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) January 11, 2018
बीमार पाकिस्तानी बच्चे को 24 घंटे में दिया मेडिकल वीजा
बीते दिनों नोएडा के जेपी हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने पाकिस्तान के लाहौर से आए एक महीने के बच्चे को नई जिंदगी दी है. रेहान दिल की गंभीर बीमारी से पीड़ित था, जिसका इलाज पाकिस्तान में संभव नहीं था. रेहान के माता-पिता भारत आकर बच्चे का इलाज कराना चाहते थे, लेकिन मेडिकल वीजा नहीं मिल पा रहा था. ट्विटर पर जब विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मदद मांगी तब जाकर उन्हें सिर्फ 24 घंटे में मेडिकल वीजा मिल गया.
बच्चे की मां ने सुषमा स्वराज का आभार व्यक्त किया है. 7 सितंबर 2017 को रेहान को जेपी अस्पताल लाया गया था, अस्पताल के डॉ राजेश शर्मा की टीम ने 8 सितंबर को बच्चे का सर्जरी की, उसके बाद करीब 3 महीने तक बच्चा हॉस्पिटल में ही रहा. अब रेहान पूरी तरह से स्वस्थ है और जल्दी पाकिस्तान वापस लौट जाएगा.
असम में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने रैली में कहा था कि सीआरपीएफ जवानों का त्याग बेकार नहीं जाएगा क्योंकि केंद्र में कांग्रेस की सरकार नहीं बल्कि बीजेपी की सरकार है.
मनमोहन सिंह ने कहा कि किसानों के जरिए आत्महत्या करने और किसान आंदोलन के कारण अर्थव्यवस्था असंतुलन के बारे में पता चलता है.
शहीद के परिवार से मुलाकात करने के बाद योगी आदित्यनाथ ने हर संभव मदद का भरोसा दिलाया
आदिल के पिता गुलाम ने कहा, 'हम CRPF के जवानों की मौत की खुशी नहीं मना रहे. हम परिवारों का दर्द समझते हैं, क्योंकि यहां हम सालों से हिंसा का सामना कर रहे हैं
प्रदर्शन करने वाले लोगों के हाथ में तिरंगा भी नजर आ रहा है और उनके चेहरे पर पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा है