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सीरियाः एक खूबसूरत देश के खंडहर बन जाने की कहानी

साल 2012 में सीरिया में गृह युद्ध शुरू हो गया. देश के कई हिस्सों में कई गुटों ने समानांतर सरकार बना ली

Updated On: Apr 14, 2018 04:31 PM IST

FP Staff

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सीरियाः एक खूबसूरत देश के खंडहर बन जाने की कहानी

सीरिया पिछले सात साल में तबाह हो गया है. एक खूबसूरत देश खंडहर में तब्दील हो गया है. अब तक करीब साढ़े तीन लाख से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. आखिर क्यों है सीरिया में युद्ध जैसे हालात. कौन है इसका असली गुनहगार? क्या है सीरिया संकट जिस पर दुनिया भर की निगाहें टिकी हैं. ये है सीरिया संकट की 10 बड़ी बातें-

1. बशर अल-असद के राष्ट्रपति बनते ही सीरिया में हालात बदल गए. साल 2000 में बशर को उनके पिता हाफेज अल असद की जगह देश का राष्ट्रपति बनाया गया. लेकिन उनकी छवि एक तानाशाह के तौर पर सामने आने लगी.

2. सीरियाई युवाओं के बीच भारी बेरोज़गारी की समस्या खड़ी हो गई. इसके अलवा हर तरफ बढ़ते भ्रष्टाचार ने लोगों को परेशान कर दिया. राष्ट्रपति बशर अल-असद नागरिकों के खिलाफ अत्याचार करने लगे.

3. अरब के कई देशों में सत्ता के ख़िलाफ़ शुरू हुई बगावत से प्रेरित होकर मार्च 2011 में सीरिया में लोगों ने लोकतंत्र के समर्थन में आंदोलन शुरू कर दिया. सरकार के बल प्रयोग के खिलाफ सीरिया में हर तरफ विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गया और लोगों ने बशर अल-असद से इस्तीफे की मांग शुरू कर दी. विरोधियों ने सरकार के खिलाफ हथियार उठा लिए.

4. साल 2012 में सीरिया में गृह युद्ध शुरू हो गया. देश के कई हिस्सों में कई गुटों ने समानांतर सरकार बना ली. नतीजा कई इलाकों में विद्रोही असद की सेना को चुनौती देने लगे.

5. धीरे-धीरे सरकार और विद्रोहियों के बीच लड़ाई में दूसरे देश भी कूद पड़े. रूस और ईरान सीरिया की मदद के लिए सामने आ गए. दोनों देशों ने सीरिया को हथियार और पैसों से मदद की.

6. असद ने 2015 में विद्रोहियों के कब्जे से देश के कुछ हिस्सों को मुक्त कराने के लिए हवाई हमले शुरू कर दिए. शांतिपूर्ण बगावत पूरी तरह से गृहयुद्ध में तब्दील हो गया. इसमें अब तक 3 लाख से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं.

7. सीरिया में शिया और सुन्नी की लड़ाई भी सामने आ गई. धीरे-धीरे सरकार विरोधी लड़ाई ने सांप्रदायिक रंग ले लिया. सुन्नी बहुल सीरिया में राष्ट्रपति बशर अल-असद शिया हैं. शिया बहुल देश ईरान के बारे में कहा जाता है कि उसने सीरिया में अरबों डॉलर खर्च कर असद सरकार को बचाने में मदद की. ऐसी भी रिपोर्ट आई कि सीरिया में ईरान ने सैकडों लड़ाके भी भेजे.

8. इस बीच इस्लामिक स्टेट ने उत्तरी और पूर्वी सीरिया के कई हिस्सों पर कब्जा कर लिया. ईरान, लेबनान, इराक, अफगानिस्तान और यमन से हजारों की संख्या में शिया लड़ाके सीरियाई आर्मी की तरफ से लड़ने के लिए पहुंचे ताकि उनके पवित्र जगह की रक्षा की जा सके.

9. गृह युद्ध के चलते सीरिया खंडहर में तब्दील हो गया. हजारों लोग शरणार्थी बन कर यूरोप और दुनिया के दूसरे हिस्सों में शरण ले चुके हैं. युद्ध के दौरान हजारों बेगुनाह मारे गए हैं.

10. इस दौरान सीरिया में अब तक 5 बार केमिकल अटैक हुए हैं. पिछले साल 58 लोगों की मौत हुई और फिर इसी महीने एक बार फिर से केमिकल अटैक में 80 लोग मारे गए. अमेरिका ने 2017 के अटैक में टॉमहॉक मिसाइल से सीरिया के एयरबेस रनवे को तहस-नहस कर दिया था.

(न्यूज 18 के लिए मनीष कुमार की रिपोर्ट) 

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