हंदवाड़ा में भी आतंकियों के साथ एक एनकाउंटर चल रहा है. बताया जा रहा है कि यहां के यारू इलाके में जवानों ने दो आतंकियों को घेर रखा है
कांग्रेस में शामिल हो कर अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत करने जा रहीं फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर का कहना है कि वह ग्लैमर के कारण नहीं बल्कि विचारधारा के कारण कांग्रेस में आई हैं
पीएम के संबोधन पर राहुल गांधी ने उनपर कुछ इसतरह तंज कसा.
मलाइका अरोड़ा दूसरी बार शादी करने जा रही हैं
संयुक्त निदेशक स्तर के एक अधिकारी को जरूरी दस्तावेजों के साथ बुधवार लंदन रवाना होने का काम सौंपा गया है.
ट्रंप सरकार ने आईटी क्षेत्र की दिग्गज भारतीय कंपनी इंफोसिस द्वारा अमेरिका पेशेवरों को नौकरी देने के फैसले का स्वागत किया है. अमेरिका ने कहा कि यह ट्रंप सरकार के विकासोन्मुखी एजेंडे का नतीजा है.
मंगलवार को इंफोसिस ने घोषणा की थी कि एच-1बी वीजा पाबंदी के प्रभावों को कम करने के तहत अगले दो साल में वह 10 हजार अमेरिकियों की भर्ती करेगा. इसके लिए वह अमेरिका में चार नये सेंटर खोलेगी.
कंपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस या कृत्रिम बुद्धिमता जैसी नयी टेक्नीक वाले चार नये इनोवेशन सेंटर पहली अगस्त को इंडियाना में खोलेगी. इंडियाना उप-राष्ट्रपति माइक पेंस का होम स्टेट है.नौकरियां देने की घोषणा करना ट्रंप सरकार की जीत
वाशिंगटन में छपे बयान में व्हाइट हाउस ने बेंगलुरु की आईटी कंपनी की घोषणा को ट्रंप सरकार की जीत बताया. ट्रंप सरकार कई बार आउटसोर्सिंग कंपनियों पर अमेरिका से बाहर नौकरियां ले जाने का आरोप लगा चुकी है.
बयान में कहा गया है कि यह फैसला इस बात का सबूत है कि कंपनियां ट्रंप सरकार के विकासोन्मुखी एजेंडे के चलते अमेरिका में फिर से निवेश कर रही हैं.
व्हाइट हाउस के प्रवक्ता निनियो फेतालवो ने इस बयान में कहा ‘हमें खुशी है कि इंफोसिस जैसी कंपनियां को अमेरिका की इकोनमी में फिर से मौके नजर आ रहे हैं.’