पाकिस्तान में आतंकवाद की समस्या को लेकर चीन और अमेरिका में कुछ साझेदारी बनती दिख रही है. वॉशिंगटन आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई के लिए पाकिस्तान को राजी करना चाहता है. इसके लिए वह बीजिंग और अन्य क्षेत्रीय ताकतों के साथ काम करने की कोशिश में है.
व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि ट्रंप प्रशासन ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को खत्म करने का मन बना लिया है. अमेरिका मानता है कि ऐसी कार्रवाई अफगानिस्तान और आसपास के इलाकों में अमन-चैन कायम करने के लिए जरूरी है.
अधिकारी ने उम्मीद जताई कि इन ठिकानों को खत्म करने के लिए चीन पाकिस्तान को राजी करने में मददगार की भूमिका निभाएगा. उन पर कार्रवाई करना पाकिस्तान के हित में है.
Senior White House official says #China shares US concerns about terrorism problem in #Pakistan.
— All India Radio News (@airnewsalerts) January 7, 2018
अधिकारी की मानें तो चीन के साथ पाकिस्तान के गहरे रिश्ते हैं और उनके बीच करीबी सैन्य संबंध भी हैं. चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) के कारण भी दोनों देशों के आर्थिक रिश्ते दिनों-दिन गहराते जा रहे हैं.
नाम न जाहिर करने की शर्त पर वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि चीन ने आतंकवाद को लेकर अमेरिका की कुछ चिंताओं को माना है. अमेरिका अन्य क्षेत्रीय ताकतों के साथ काम करना चाह रहा है. इस मसले से निपटने में चीन एक अहम देश साबित हो सकता है. पाकिस्तान में आतंकी ठिकाने चीनी हितों के लिए बेहतर नहीं होंगे.
अधिकारी ने कहा कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच बेहतर रिश्तों के लिए चीन अधिक मददगार भूमिका निभा रहा है.
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