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Upskirting अब ब्रिटेन में अपराध, जानिए क्या है अपस्कर्टिंग और कैसे आया है कानून

अपस्कर्टिंग का मतलब है किसी महिला या लड़की की स्कर्ट के नीचे से उसकी सहमति के बिना फोटो खींचना

Updated On: Jan 18, 2019 01:56 PM IST

FP Staff

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Upskirting अब ब्रिटेन में अपराध, जानिए क्या है अपस्कर्टिंग और कैसे आया है कानून

ब्रिटेन में अपस्कर्टिंग को कानूनी अपराध घोषित कर दिया गया है. गुरुवार को ब्रिटेन में हाउस ऑफ लॉर्ड्स में अपस्कर्टिंग पर बिल पास कर दिया गया. जल्द ही इस पर कानून बना दिया जाएगा और दोषी को दो सालों की सजा भी दी जाएगी.

बता दें कि अपस्कर्टिंग के खिलाफ कानून बनाने के लिए ब्रिटेन में महीनों से कैंपेन चलाया जा रहा था. अब इस पर आखिरकार कानून बनाया जाएगा. इस कैंपेन में सैकड़ों महिलाओं ने अपने हस्ताक्षर किए थे और इस अश्लील व्यवहार का शिकार होने के अपने अनुभव शेयर किए थे.

इवनिंग स्टैंडर्ड की खबर के मुताबिक, पिछले साल जून में मिनिस्ट्री ऑफ जस्टिस ने कहा था कि वो अपस्कर्टिंग को Voyeurism (Offences) Bill के तहत अपराध बनाने को समर्थन देगा.अब बिल पास होने के बाद इंग्लैंड और वेल्श में इसे अपराध बना दिया जाएगा.

क्या है अपस्कर्टिंग?

अपस्कर्टिंग का मतलब है किसी महिला या लड़की की स्कर्ट के नीचे से उसकी सहमति के बिना फोटो खींचना. महिलाओं को अक्सर सार्वजनिक जगहों, जैसे- मेट्रो, ट्रेन, बसों या नाइट क्लब्स जैसी जगहों पर इसका सामना करना पड़ता है. लेकिन मुश्किल ये है कि इसे किसी अपराध की श्रेणी में शामिल नहीं किया जाता है और जाहिर सी बात है कि कोई कानून भी नहीं है.

ब्रिटेन में कैसे चला कैंपेन?

ब्रिटेन में अपस्कर्टिंग के खिलाफ जीना मार्टिन नाम की एक महिला ने कैंपेन शुरू किया था. 26 साल की जीना मार्टिन को एक म्यूजिक फेस्टिवल में अपस्कर्टिंग का सामना तब करना पड़ा था, जब उनके पीछे खड़े एक शख्स ने उनकी स्कर्ट के बीच अपना फोन रखकर फोटो खींच ली थी. जीना हैरान रह गई थीं. उन्होंने जब इसकी शिकायत पुलिस में की, तो वो ये जानकर हैरान हो गईं कि अपस्कर्टिंग कानूनी अपराध ही नहीं है.

पुलिस इसकी शिकायत पर आरोपी व्यक्ति से फोटो डिलीट करवा सकती है लेकिन इससे ज्यादा एक्शन नहीं लिया जाएगा.

इसके कुछ दिन बाद उन्होंने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखकर इसके खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया. उन्होंने अपस्कर्टिंग को कानूनी अपराध बनाने के लिए एक ऑनलाइन पेटीशन शुरू किया, जिसके बाद उन्हें इस पेटीशन पर 50,000 लोगों के हस्ताक्षर मिले. इसमें सामने आया कि 10 साल की कम उम्र तक की लड़कियों को भी अपस्कर्टिंग जैसे यौन अपराध का सामना करना पड़ता है.

जीना मार्टिन ने अपने इस कैंपेन शुरू करने के फैसले पर कहा कि 'मुझे लगा कि ये गलत है. लेकिन मैं ये जानकर हैरान थी कि अपस्कर्टिंग एक यौन अपराध नहीं है. मैं ये सबके लिए बदलना चाहती थी क्योंकि ये बहुत सी छोटी चीज है कि हम हम इतने सक्षम हो कि अपने मर्जी से कपडे पहनें और कोई और हमारी मर्जी के बिना हमारी तस्वीरें न लें.'

अपस्कर्टिंग भले ही बहुत गंभीर अपराध न लगे लेकिन इसका असर काफी गहरा होता है. आपको कोई भी अजनबी इंसान आपकी मर्जी के बगैर छूकर गुजर जाए और आपके कपड़ों की वजह से आपको सेक्सुअल ऑब्जेक्ट समझकर आपकी अश्लील तस्वीरें लें, इससे मानसिक तौर पर काफी असर पड़ता है.

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