अमेरिका ने मिडिल ईस्ट (मध्य पूर्व) के युद्धग्रस्त देश सीरिया पर हमला कर दिया है. शनिवार तड़के सीरिया की राजधानी दमास्कस के पास मिसाइलों से हमला किया गया. सीरिया के सरकारी टेलीविजन पर हमले की खबरें और उससे जुड़ी तस्वीरें दिखाई जा रही हैं.
Loud explosions light up skies over Syrian capital, heavy smoke as President Trump announces airstrikes: The Associated Press
— ANI (@ANI) April 14, 2018
पेंटागन ने कहा है कि अमेरिका ने फिलहाल सीरिया में 3 ठिकानों पर हमले किए हैं. जिन जगहों पर हमले हुए हैं, वो हैं... दमास्कस का रिसर्च सेंटर जहां केमिकल बायलोजिकल हथियार बनाए जाते हैं. होम्स के पश्चिम में स्थित केमिकल हथियार का स्टोरेज सेंटर. होम्स के पास एक कमांड पोस्ट जहां हथियारों का जखीरा भी है.
सीरिया के सरकारी टेलीविजन ने कहा है कि राजधानी दमिश्क के पास धमाकों की आवाजें सुनाई दी हैं. सरकारी सैन्य बलों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए एक दर्जन से अधिक मिसाइलों को मार गिराया है.
शनिवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बताया कि अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने सीरिया में बशर-अल-असद की सरकार के खिलाफ सैन्य हमले शुरू कर दिए हैं. ट्रंप ने युद्धग्रस्त देश पर अपने ही लोगों के खिलाफ रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया.
US, UK and France strike Syrian chemical weapons sites in biggest military action against President Assad so far https://t.co/46BkjZ2W6C
— BBC Breaking News (@BBCBreaking) April 14, 2018
राष्ट्रपति ट्रंप ने दावा किया कि संयुक्त कार्रवाई का मकसद रासायनिक हथियारों के उत्पादन, प्रसार और इस्तेमाल के खिलाफ ‘मजबूत प्रतिरोधक’ तंत्र स्थापित करना है. ट्र्रंप ने कहा कि उन्होंने सीरिया के खिलाफ ‘सटीक हमलों’ के आदेश दिए हैं. सीरिया के डूमा में पिछले सप्ताह संदिग्ध जहरीली गैस हमले में 100 से अधिक लोग मारे गए थे.
रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल बंद नहीं होने तक जारी रहेगा हमला
ट्रंप ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा, ‘यह किसी व्यक्ति की कार्रवाई नहीं है, यह एक दानव के अपराध हैं.’ उन्होंने कहा कि अमेरिका, सीरिया पर तब तक दबाव बनाए रखेगा जब तक असद सरकार रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल बंद नहीं कर देती. उन्होंने सीरियाई सरकार के खिलाफ लड़ाई में शामिल होने के लिए ब्रिटेन और फ्रांस का आभार जताया.
ट्रंप ने कहा, ‘कुछ समय पहले मैंने अमेरिका की सशस्त्र सेनाओं को सीरियाई तानाशाह बशर-अल-असद की रासायनिक हथियार क्षमताओं से जुड़े ठिकानों पर सटीक हमले करने के आदेश दिए. फ्रांस और ब्रिटेन की सशस्त्र सेनाओं के साथ संयुक्त अभियान चल रहा है. हम दोनों देशों का आभार जताते हैं.
A combined operation with the armed forces of France and the United Kingdom is now under way. We thank them both. This massacre was a significant escalation in a pattern of chemical weapons use by that very terrible regime: US President Donald Trump, reports AFP (File pic) pic.twitter.com/SrbQAdYnXH
— ANI (@ANI) April 14, 2018
उन्होंने कहा, ‘आज ब्रिटेन, फ्रांस और अमेरिका ने क्रूरता और नृशंसता के खिलाफ अपने उचित अधिकारों का इस्तेमाल किया.’ बीते शनिवार को डूमा में कथित अत्याचार का जिक्र करते हुए ट्रंप ने ‘निर्दोष नागरिकों के नरसंहार के लिए रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल करने पर’ असद सरकार पर निशाना साधा.
रूस ने अमेरिकी हमले पर कहा कि वो हमले के परिणाम के लिए तैयार रहें. अमेरिका में रूस के राजदूत अनातोली एंतोनोव ने कहा, 'अमेरिका और उसके मित्र देशों की इस कार्रवाई से निश्चित तौर पर विश्वयुद्ध छिड़ने का खतरा पैदा हो गया है.'
The worst apprehensions have come true. We warned that such actions will not be left without consequences: Anatoly Antonov, Russian Ambassador to US, on the strikes on Syria, reports ABC News
— ANI (@ANI) April 14, 2018
रूस ने कहा कि सीरिया पर यह हमला तब किया गया जब इस देश के पास शांतिमय भविष्य की उम्मीद थी.
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