H1B वीजाधारकों के लिए बुरी खबर है. आनेवाले समय में उन्हें और परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. ट्रंप प्रशासन के नए फैसले के मुताबिक H1B वीजाधारकों की पत्नियों या पतियों को अमेरिका में काम नहीं करने दिया जाएगा.
अब तक एच1बी वीजाधारकों की पत्नियों और पतियों को एच-4 डिपेंडेंट वीजा पर अमेरिका में काम करने की अनुमति थी. लेकिन नए फैसले से ऐसा नहीं हो पाएगा. बदले हुए नियम के अनुसार, एच-1 बी धारकों के जीवन साथी को तकनीकी के अलावा अन्य क्षेत्र में काम करने में कोई दिक्कत नहीं होगी.
ट्रंप ने अप्रैल में 'बाय अमेरिकन, हायर अमेरिकन' के जिस प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए थे उसका पालन करने की कोशिश की जा रही है. ये फैसला उसी के तहत लिया गया है.
2015 से ग्रीन कार्ड का इंतजार करने वाले एच 1 बी वीजाधारकों की पत्नियों और पतियों को एच-4 डिपेंडेंट वीजा पर अमेरिका में काम करने की अनुमति है. ये नियम अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ओबामा के कार्यकाल में बनाया गया था.
ट्रंप के इस फैसले से 70 फीसदी भारतीय होंगे प्रभावित
अमेरिका में एच1 बी वीजा पाने वालों में 70 फीसदी भारतीय हैं इसलिए नए नियम से ये सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे. दुनिया भर से हर साल लगभग 85,000 विदेशी इंजीनियर अमेरिका में जॉब करने जाते हैं. उन सब को नए नियम से परेशानी हो सकती है.
अमेरिका में 'सेव जॉब यूएसए' नामक एक समूह ने अप्रैल 2015 में अमेरिकी नौकरियों के खतरा जाहिर करते हुए एक मुकदमा दायर किया था.
एच -1 बी, अमेरिका की कंपनियों में काम करने के लिए विदेशियों के लिए एक आम वीजा मार्ग है जो तीन साल के लिए वैध होता है. इसे अन्य तीन साल तक के लिए रिन्यु किया जा सकता है.
हंदवाड़ा में भी आतंकियों के साथ एक एनकाउंटर चल रहा है. बताया जा रहा है कि यहां के यारू इलाके में जवानों ने दो आतंकियों को घेर रखा है
कांग्रेस में शामिल हो कर अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत करने जा रहीं फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर का कहना है कि वह ग्लैमर के कारण नहीं बल्कि विचारधारा के कारण कांग्रेस में आई हैं
पीएम के संबोधन पर राहुल गांधी ने उनपर कुछ इसतरह तंज कसा.
मलाइका अरोड़ा दूसरी बार शादी करने जा रही हैं
संयुक्त निदेशक स्तर के एक अधिकारी को जरूरी दस्तावेजों के साथ बुधवार लंदन रवाना होने का काम सौंपा गया है.