तालिबान ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नाम एक ‘खुला खत’ लिखकर उनसे अफगानिस्तान छोड़कर जाने को कहा है.
तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने मंगलवार को पत्रकारों को अंग्रेजी में लिखा यह लंबा पत्र भेजा है. इसमें उसने कहा कि ट्रंप ने अफगानिस्तान पर अमेरिका की नीति की समीक्षा करा कर पिछले सरकारों द्वारा की गई गलतियों को पहचाना है.
मुजाहिद ने कहा कि ट्रंप को अमेरिका-अफगान नीति का नियंत्रण सेना को नहीं देना चाहिए, बल्कि अमेरिका के बलों की वापसी की घोषणा करनी चाहिए और जवानों की संख्या नहीं बढ़ाई जानी चाहिए जैसा कि ट्रंप प्रशासन ने योजना बनाई है.
लगभग 1600 शब्दों वाले इस नोट में यह भी कहा गया है कि अमेरिका की वापसी से बरसों से यहां जारी परंपरागत जंग खत्म होगी.
11 सितंबर, 2011 के दिन अमेरिका के न्यूयॉर्क और वाशिंगटन शहर पर प्रशिक्षित इस्लामिक आतंकवादियों ने टेरर अटैक किया था. इन आतंकवादियों का संबंध ओसामा-बिन-लादेन के नेतृत्व वाले अल-कायदा टेरर नेटवर्क से था. इस हमले को 9/11 टेरर अटैक का नाम दिया गया.
इसके बाद अमेरिका ने अफगानिस्तान की पहाड़ियों में छुपकर बैठे ओसामा-बिन-लादेन को पकड़ने के लिए मुहिम चलाई थी. इसके तहत अमेरिका के नेतृत्व में नाटो सेनाओं ने अल-कायदा और तालिबान पर हमला बोल दिया. अफगानिस्तान में 2011 से आतंक के खिलाफ अमेरिका की यह जंग जारी है.
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