अपडेट 5: बीसीसीआई ने कहा, है, श्रीलंका में कर्फ्यू और इमरजेंसी को लेकर कई खबरें आ रही हैं. तनाव का माहौल कैंडी में है, कोलंबो में नहीं. संबंधित सुरक्षा अधिकारियों से बात करने के बाद हमारा मानना है कि हालात बिल्कुल सामान्य है.
अपडेट 4: पहले कहां हुई थी हिंसा-फरवरी में बौद्ध और मुस्लिम समुदाय के बीच हुए झड़प में कई लोग घायल हुए थे और एक मस्जिद को नुकसान हुआ था. जून 2014 में कम से कम 40 लोग घायल हुए थे. इस दौरान बौद्ध समूह बोदु बाला सेना (बीएसएस) के लोगों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए दुकानों और मस्जिदों को नुकसान पहुंचाया था.
अपडेट 3: कैंडी के पुलिस स्टेशन के सामने बौद्ध समुदायों के लोगों का प्रदर्शन. ये दंगों के दौरान गिरफ्तार हुए बौद्ध लोगों को छुड़ाने की मांग कर रहे हैं.
अपडेट 2: इमरजेंसी बढ़ाने पर प्रेसिडेंट लेंगे फैसला प्रेसिडेंट मैत्रिपाला श्रीसेना और कैबिनेट ने मंगलवार को कांडी जिले में 10 दिनों के लिए इमरजेंसी लगाने का फैसला किया है. यह जानकारी सोशल एंपावरमेंट मिनिस्टर एसबी दिशानायक ने दी. प्रेसिडेंट सेक्रेटेरियट के बाहर उन्होंने पत्रकारों को बताया कि सरकार इस मामले में एक गैजेट जारी करने वाली है. डेली मेल के मुताबिक, श्रीलंका के प्रेसिडेंट ने कहा, ‘ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं कि तनाव पर काबू पाने के लिए कानून को सही ढंग से लागू नहीं किया गया है. अब पुलिस और सेना को सुरक्षा के लिहाज से इलाके में भेज दिया गया है.’
अपडेट 1: श्रीलंका में सांप्रदायिक हिंसा बढ़ने के बाद 10 दिनों के लिए इमरजेंसी का ऐलान कर दिया गया है. सरकार के एक प्रवक्ता ने इस मामले की जानकारी दी. अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, कांडी जिले में अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ हिंसा बढ़ने के बाद सरकार ने आपातकाल लगाने का फैसला किया है.
क्या है मामला?
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, सोमवार को बौद्ध धर्म मानने वाले एक वयक्ति ने एक मुस्लिम शख्स की हत्या कर दी. इसके बाद वहां कर्फ्यू लगाना पड़ा. इस मामले की जानकारी देते हुए स्थानीय पुलिस ने सोमवार को बताया था कि शनिवार-रविवार को कांडी में हिंसा और दंगों की कुछ घटनाएं हुईं, जो धीरे-धीरे देश के कई इलाकों में फैल गईं.
#SriLankan government to impose emergency in #Kandy district for 10 days.
Read @ANI story | https://t.co/kJZVodq8LN pic.twitter.com/nFTrEjYLUz— ANI Digital (@ani_digital) March 6, 2018
कौन है जिम्मेदार?
बौद्ध संगठन बोदू बाला सेना (BBS) को हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. पिछले एक साल से बौद्ध और मुस्लिम संप्रदायों के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. बौद्ध संप्रदायों के कुछ कट्टर लोगों का आरोप है कि मुस्लिम समुदाय बौद्ध धर्म के पुरातात्विक स्मारकों को तोड़ रहे हैं और जबरन मुसलमान बना रहे हैं. इससे पहले फरवरी 2018 में भी बौद्ध और मुस्लिमों के बीच संघर्ष में पांच लोग घायल हो गए थे और एक मस्जिद को नुकसान पहुंचाया गया था.
कोलंबो में भारतीय क्रिकेट टीम
भारतीय क्रिकेट टीम फिलहाल कोलंबो में निदहास ट्रॉफी टी20 त्रिकोणीय सीरीज के लिए मौजूद हैं. इस ट्रॉफी का पहला मैच मंगलवार को आर प्रेमदास स्टेडियम में होने वाला है.
There have been reports of curfew and an emergency being called in Sri Lanka. The situation is in Kandy, not Colombo. After talking to concerned security personnel, we have understood that situation is completely normal in Colombo: BCCI #INDvSL pic.twitter.com/4rTXZ8C8Mb
— ANI (@ANI) March 6, 2018
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Mar 6, 2018
भारतीय क्रिकेट टीम फिलहाल कोलंबो में निदहास ट्रॉफी टी20 त्रिकोणीय सीरीज के लिए मौजूद हैं. इस ट्रॉफी का पहला मैच मंगलवार को आर प्रेमदास स्टेडियम में होने वाला है.
पहले कहां हुई थी हिंसा : फरवरी में बौद्ध और मुस्लिम समुदाय के बीच हुए झड़प में कई लोग घायल हुए थे और एक मस्जिद को नुकसान हुआ था. जून 2014 में कम से कम 40 लोग घायल हुए थे. इस दौरान बौद्ध समूह बोदु बाला सेना (बीएसएस) के लोगों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए दुकानों और मस्जिदों को नुकसान पहुंचाया था.
कैंडी के पुलिस स्टेशन के सामने बौद्ध समुदायों के लोगों का प्रदर्शन. ये दंगों के दौरान गिरफ्तार हुए बौद्ध लोगों को छुड़ाने की मांग कर रहे हैं.
इमरजेंसी बढ़ाने पर प्रेसिडेंट लेंगे फैसला
प्रेसिडेंट मैत्रिपाला श्रीसेना और कैबिनेट ने मंगलवार को कांडी जिले में 10 दिनों के लिए इमरजेंसी लगाने का फैसला किया है. यह जानकारी सोशल एंपावरमेंट मिनिस्टर एसबी दिशानायक ने दी.
प्रेसिडेंट सेक्रेटेरियट के बाहर उन्होंने पत्रकारों को बताया कि सरकार इस मामले में एक गैजेट जारी करने वाली है. डेली मेल के मुताबिक, श्रीलंका के प्रेसिडेंट ने कहा, ‘ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं कि तनाव पर काबू पाने के लिए कानून को सही ढंग से लागू नहीं किया गया है. अब पुलिस और सेना को सुरक्षा के लिहाज से इलाके में भेज दिया गया है.’
श्रीलंका के कांडी जिले में 10 दिनों के लिए आपातकाल लगाया गया है
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, सोमवार को बौद्ध धर्म मानने वाले एक वयक्ति ने एक मुस्लिम शख्स की हत्या कर दी. इसके बाद वहां कर्फ्यू लगाना पड़ा. इस मामले की जानकारी देते हुए स्थानीय पुलिस ने सोमवार को बताया था कि शनिवार-रविवार को कांडी में हिंसा और दंगों की कुछ घटनाएं हुईं, जो धीरे-धीरे देश के कई इलाकों में फैल गईं.
श्रीलंका में सांप्रदायिक हिंसा बढ़ने के बाद 10 दिनों के लिए इमरजेंसी का ऐलान कर दिया गया है. सरकार के एक प्रवक्ता ने इस मामले की जानकारी दी. अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, कांडी जिले में अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ हिंसा बढ़ने के बाद सरकार ने आपातकाल लगाने का फैसला किया है