वैज्ञानिकों ने पानी की समस्या का हल ढूंढ लेने का दावा किया है. वैज्ञानिकों ने सहजन... मुनगा और ड्रमस्टिक के नाम से पहचाने जाने वाले पेड़ से साफ और शुद्ध पानी बनाने का तरीका ईजाद किया है. एक नए शोध में पता चला है कि सहजन के बीज पानी को शुद्ध करने में मददगार साबित हो सकते हैं, और विकासशील देशों में बेहद कम कीमत में लाखों लोगों को शुद्ध जल मुहैया करा सकते हैं.
सहजन का उपयोग सब्जी और प्राकृतिक तेलों के लिए किया जाता है और उसके बीजों का इस्तेमाल पानी शुद्ध करने के देशी तरीके के तौर पर किया जाता है. हालांकि यह विधि ज्यादा कारगर नहीं है.
अमेरिका के कारनेगी मेलेन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने रेत और सहजन से जल शोधन के लिए सस्ता और प्रभावी पानी निस्पंदन माध्यम तैयार किया है. इसका नाम उन्होंने ‘एफ-सैंड’ रखा है.
शोधकर्ताओं ने सहजन से सीड प्रोटीन अलग किए और रेत के मुख्य घटक सिलिका पार्टिकल्स के साथ मिलाकर ‘एफ-सैंड’ पर रखा. उन्होंने पाया कि इसने पानी में मौजूद सूक्ष्मजीवों को नष्ट कर दिया, साथ ही अशुद्धियों को भी कम किया. इन अशुद्धियों को भी बाद में दूर किया गया और इस बेहद सरल तरीके से शुद्ध पानी उपलब्ध था.
संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के अनुसार विश्व भर में 2.1 अरब लोगों को शुद्ध पेयजल नहीं मिलता. इनमें से ज्यादातर लोग विकासशील देशों में रहते हैं.
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