कतर के ऊर्जा मंत्री साद अल काबी ने सोमवार को एक बड़ी घोषणा की है. उन्होंने कहा, 'कतर अगले महीने ऑर्गनाइजेशन ऑफ द पेट्रोलियम एक्सपोर्टिंग कंट्रीज (ओपीईसी) छोड़ देगा जिससे गैस के उत्पादन पर ध्यान दिया जा सके.'
न्यूज18 के मुताबिक, काबी ने दोहा में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'कतर ने यह फैसला किया है कि वह जनवरी 2019 में ओपीईसी की सदस्यता से खुद को अलग कर लेगा.' उन्होंने कहा, 'कतर तेल का उत्पादन करना लगातार जारी रखेगा लेकिन वह गैस के उत्पादन पर भी ध्यान देगा.'
गौरतलब है कि पूरी दुनिया में तरल प्राकृतिक गैस को कतर बड़े स्तर पर एक्सपोर्ट करता है.' काबी ने यह भी कहा, 'हमारे पास तेल के मामले में ज्यादा क्षमता नहीं है. हम बहुत वास्तविकता में जीते हैं. हमारी क्षमता गैस है.'
उन्होंने बताया, कतर, ओपीईसी में 1961 में शामिल हुआ था. ओपीईसी का प्रभुत्व ऑयल रिच सऊदी अरब के पास था.
दरअसल ओपीईसी 14 पेट्रोलियम उत्पादक देशों का संगठन है. इस संगठन का मुख्यालय विएना में है जहां इसके सदस्य देश मीटिंग करते हैं.
इन देशों में अल्जीरिया, अंगोला, ईक्वाडोर, इरान, ईराक, कुवैत, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, कतर, नाइजीरिया, लीबिया और वेनेजुएला, गवोन, इक्वाटोरियल ज्यूनिया है.
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