स्विटजरलैंड के दावोस शहर में विश्व आर्थिक मंच (WEF) के 48वें समिट में आज पीएम मोदी प्लेनरी सेशन को संबोधित करेंगे. इस दौरान पीएम दुनिया के सामने बदलते भारत की तस्वीर रखेंगे और 'न्यू इंडिया 2022' का संदेश देंगे. मोदी दुनिया के सामने भारतीय अर्थव्यवस्था, यहां निवेश और अपनी नीतियों के बारे में बताएंगे.
पीएम सोमवार को दावोस पहुंचे. उन्होंने स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपति एलेन बर्सेट से मुलाकात कर द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की. इसके बाद पीएम मोदी ने कई वैश्विक कंपनियों के कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) से मुलाकात की. उनके साथ हुई राउंड टेबल मीटिंग की मेजबानी की. यहां पीएम ने विकास पर बात की. मोदी ने कहा भारत का मतलब बिजनेस है.
हंदवाड़ा में भी आतंकियों के साथ एक एनकाउंटर चल रहा है. बताया जा रहा है कि यहां के यारू इलाके में जवानों ने दो आतंकियों को घेर रखा है
कांग्रेस में शामिल हो कर अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत करने जा रहीं फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर का कहना है कि वह ग्लैमर के कारण नहीं बल्कि विचारधारा के कारण कांग्रेस में आई हैं
पीएम के संबोधन पर राहुल गांधी ने उनपर कुछ इसतरह तंज कसा.
मलाइका अरोड़ा दूसरी बार शादी करने जा रही हैं
संयुक्त निदेशक स्तर के एक अधिकारी को जरूरी दस्तावेजों के साथ बुधवार लंदन रवाना होने का काम सौंपा गया है.
Jan 23, 2018
जुरिच, स्विट्जरलैंड से भारत के लिए रवाना हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की सालाना शिखर बैठक के मौके पर भारतीय उद्योगपतियों से मुलाकात की और उन्हें 'मिलकर हम कर सकते हैं' का संदेश दिया. भारत ने डब्ल्यूईएफ में देश की वृद्धि की कहानी के पीछे सामूहिक प्रयास पर जोर दिया है. इस बैठक में राहुल बजाज, चंदा कोचर, उदय कोटक, नरेश गोयल, एन चंद्रशेखरन, आनंद महिंद्रा, सुनील मित्तल, रवि रुइया और चंद्रजीत बनर्जी मौजूद थे. बैठक में वरिष्ठ सरकारी अधिकारी एस जयशंकर, अमिताभ कांत, रमेश अभिषेक और अतुल चतुर्वेदी भी उपस्थित थे.
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन त्रूडो से मिले पीएम मोदी
भारतीय सीआईओ के साथ पीएम मोदी
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी के भाषण को लेकर एक बार फिर उनपर निशाना साधा है. राहुल ने ट्वीट कर कहा है कि डियर पीएम, स्विटजरलैंड में आपका स्वागत है! प्लीज दावोस को बताएं कि आखिर क्यों भारत की एक फीसदी आबादी के पास उसकी 73 फीसदी संपत्ति है.
हम रेड टेप से रेड कार्पेट तक पहुंच गए. एफडीआई के लिए कई योजनाएं. नौकरी देना नहीं रोजगार देना हमारा मकसद. हमे गरीबी, बेरोजगारी और अलगाववाद को दूर करना है: पीएम मोदी
दुनिया में शांति के लिए भारत हमेशा काम करता रहेगा. यूएन की शांति सेना में भारत का अहम योगदान है. नेपाल में भूकंप राहत कार्य में भारत ने अहम योगदान दिया: पीएम मोदी
हम ऐसे दौर में जी रहे हैं जहां हमारे चारों ओर होने वाले बदलावों का हमपर भी असर पड़ रहा है. ऐसे में अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन करना सभी के लिए जरूरी है: पीएम मोदी
एक देश, एक टैक्स की व्यवस्था, जीएसटी लागू की: पीएम मोदी
भारत में व्यापार करना बहुत आसान हो गया है. हमने 1400 से अधिक कानून खत्म किए हैं: पीएम मोदी
भारत के 600 करोड़ मतदाताओं ने 2014 में 30 सालों में पहली बार किसी एक राजनैतिक पार्टी को पूर्ण बहुमत दिया. हमने किसी एक वर्ग के सीमित विकास नहीं, पूरे देश के विकास का संकल्प लिया. हम सबका साथ, सबका विकास हमारा मंत्र है: पीएम मोदी
तीसरी चुनौती है कि ज्यादातर देश आत्मकेंद्रित होते जा रहे हैं. ग्लोबलाइजेशन अपने नाम के विरुद्ध सिकुड़ता जा रहा है. इसके दुष्परिणाम को हम आतंकवाद और क्लाइमेट चेंज के खतरे से कम नहीं आंक सकते: पीएम मोदी
दूसरी सबसे बड़ी चुनौती है आतंकवाद. इस संबंध में भारत की चिंता और दुनिया में इसके असर से पूरी दुनिया परिचित है. इस संबंध में मैं अधिक विस्तार में बात नहीं करूंगा. आतंकवाद जितना खतरनाक है उससे भी खतरनाक है गुड टेररिस्ट और बैड टेररिस्ट के बीच बनाया गया भेद: पीएम मोदी
मानव और प्रकृति के बीच जंग क्यों हो रही है. मानव सभय्ता के लिए तीन चुनौतियां हैं. जलवायु परिवर्तन पहली बड़ी चुनौती है. कार्बन उत्सर्जन को कम करना होगा. आर्कटिक की बर्फ तेजी से पिघल रही है. जलवायु परिवर्तन पर हम एकजुट नहीं हुए: पीएम मोदी
हमारा विश्वास मानवता को जोड़ने में है तोड़ने में नहीं: पीएम मोदी
दरारों और दूरियों को मिटाकर एक सुहाने और साझा भविष्य के सपने को साकार किया जा सकता है. दोस्तों! भारत और भारतीयता का प्रतिनिधि होने के नाते मेरे लिए इस फोरम का विषय जितना समकालीन है उतना ही समयातीत भी है. क्योंकि भारत में अनादि काल से हम मानवों को एक दूसरे से जोड़ते आए हैं: पीएम मोदी
तकनीक में दावोस आज भी आगे है. विश्व के सामने शांति, सुरक्षा और स्थिरता की चुनौतियां: पीएम मोदी
1997 में ट्वीट करती थी, अब मनुष्य करते हैं. तब अगर आप अमेजॉन इंटरनेट पर डालते को नदियों और जंगल की तस्वीर आती: पीएम मोदी
आज हम तकनीक की दुनिया में जी रहे हैं. टेक्टनोलॉजी के जोड़ने, मोड़ने और तोड़ने तीनों आयामों का एक बड़ा उदाहरण सोशल मीडिया के प्रयोग में देखने को मिलता है. डेटा आज एक बड़ी संपदा है. डेटा के चलते ही सबसे बड़े अवसर बन रहे हैं और डेटा एक चुनौती भी है. डेटा के पहाड़ पर पहाड़ बन रहे हैं. जो डेटा नियंत्रित रखेगा वहीं अपना वर्चस्व बना सकता हैः पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, 1997 में न ब्रेक्जिट के आसार थे. तब बहुत कम लोगों ने ओसामा बिन लादेन का नाम सुना था और हैरी पॉटर का नाम भी अनजाना था. वो वह दौर था जब शतरंज के खिलाड़ियों को कम्प्यूटर से हारने का डर नहीं था. तब साइबर स्पेस पर गूगल नहीं आया था. तब अगर आप अमेजन का नाम ढूंढते तो नदीं और जंगल के बारे में पता चलता. तब ट्वीट करना केवल चिड़ियों का काम था. उस जमाने में भी दावोस था, अपने समय से आगे और आर्थिक विकास का परिचायक. आज भी दावोस अपने समय से आगे है.
1997 के बाद देश की जीडीपी छह गुना बढ़ी है: पीएम मोदी