पाकिस्तान का नाम उन देशों की लिस्ट में शुमार हो गया है जिसमें दुनिया के उन देशों के नाम हैं जहां 'रणनीतिक खामियां' बेहद निचले स्तर की हैं जिसका बेहद बुरा असर अंतरराष्ट्रीय वित्तीय व्यवस्था पर पड़ता है.
पेरिस स्थित फाइनेंसियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की 'ग्रे लिस्ट' में पाकिस्तान 9वां देश है जिसके बारे में कहा गया है कि उसने आतंकियों को फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग पर तत्काल रोक नहीं लगाई तो अंतरराष्ट्रीय वित्तीय व्यवस्था खतरे में पड़ सकती है.
Pakistan is the ninth country to be placed on the Paris-based Financial Action Task Force's (FATF's) "grey list", the other eight being Ethiopia, Serbia, Sri Lanka, Syria, Trinidad and Tobago, Tunisia and Yemen
Read @ANI Story | https://t.co/yiW0Lckugr pic.twitter.com/vbGQ7JNRxa— ANI Digital (@ani_digital) June 30, 2018
एफएटीएफ की 'ग्रे लिस्ट' में पाकिस्तान के अलावा इथोपिया, सर्बिया, श्रीलंका, सीरिया, ट्रीनिदाद एंड टोबैगो, ट्यूनिशिया और यमन के नाम हैं. एफएटीएफ ने 'रणनीतिक कमी वाले क्षेत्राधिकार (देश)' की कैटगरी में इन देशों का नाम दर्ज किया है.
एफएटीएफ एक अंतरराष्ट्रीय वित्तीय निगरानी संस्था है जो दुनिया की वित्तीय व्यवस्थाओं पर नजर रखती है. पाकिस्तान ने हालांकि कई मामलों में सुधार किया है और एफएटीएफ के समक्ष एक 26 सूत्री प्रस्ताव भी दिया है जिसमें कहा गया है कि अगले 15 महीने में वह और सुधार करेगा. इसके बावजूद पेरिस की इस वित्तीय संस्था ने पाकिस्तान को 'ग्रे लिस्ट' में डाल दिया है.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, पाकिस्तान के बारे में यह फैसला पेरिस में 24 से 29 जून तक चले एफएटीएफ के महाधिवेशन में लिया गया. फैसला लेने से पहले इस संस्था ने इंटरनेशनल कोऑपरेशन रिव्यू ग्रुप (आईसीआरजी) की रिपोर्ट की तफ्तीश की. बाद में एकसुर में पाकिस्तान के खिलाफ फैसला लिया गया. हालांकि पाकिस्तान के लिए यह अच्छी खबर है कि उसे 'ब्लैक लिस्ट' में शामिल नहीं किया गया है.
आईसीआरजी की रिपोर्ट यह भी बताती है कि पाकिस्तान चार अहम 'कमियों' में से तीन के खिलाफ अच्छा काम कर रहा है लेकिन क्रॉस बॉर्डर कैश स्मगलिंग पर लगाम न लगा पाने के कारण उसे एफएटीएफ की नाराजगी का शिकार होना पड़ा है.
उधर अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने पीटीआई को बताया, आतंकवादियों को आर्थिक मदद (सीएफटी) रोक पाने में पाकिस्तान के प्रयासों में अब भी कमियां हैं जिन्हें एफएटीएफ की ओर से लगातार उठाया जा रहा है.
एफएटीएफ के पाकिस्तान को ग्रे सूची में डाले जाने के सवाल पर अधिकारी ने कहा, पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र की ओर से चिह्नित आंतकवादी समूहों को धन पहुंचाना या धन जुटाने जैसी गतिविधियों पर रोक लगाने के साथ ही सीएफटी पर कई बड़े कदम उठाने होंगे.’
हालांकि अधिकारी ने पाकिस्तान के उस आश्वासन का स्वागत किया है जिसमें उसने सुधार की दिशा में कदम उठाने को कहा है. अधिकारी ने कहा, हमें खुशी है कि पारिस्तान ने अपने सीएफटी क्षेत्र की कमियों को दूर करने के लिए एफएटीएफ के साथ काम करने के लिए उच्च स्तरीय राजनीतिक मंशा जाहिर की है.
भारत ने फैसले का किया स्वागत
एफएटीएफ के इस फैसले का भारत ने स्वागत किया है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा, भारत आईसीआरजी मॉनिटरिंग के तहत पाकिस्तान का नाम ग्रे लिस्ट में डालने का स्वागत करता है.
India welcomes the decision of the Financial Action Task Force (FATF) to place Pakistan in its Compliance Document (Grey list) for ICRG monitoring: MEA on grey listing of Pakistan by FATF
— ANI (@ANI) June 30, 2018
भारतीय विदेश मंत्रालय ने आगे कहा, पाकिस्तान ने आतंकियों पर कार्रवाई करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई बड़े राजनीतिक वायदे किए. इसके बावजूद हाफिज सईद जैसे आतंकी और जमाद-उद-दावा, लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठन पाकिस्तान में अपना काम कर रहे हैं. इससे पता चलता है कि पाकिस्तान अपने वायदे पर खरा नहीं उतर रहा.
हंदवाड़ा में भी आतंकियों के साथ एक एनकाउंटर चल रहा है. बताया जा रहा है कि यहां के यारू इलाके में जवानों ने दो आतंकियों को घेर रखा है
कांग्रेस में शामिल हो कर अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत करने जा रहीं फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर का कहना है कि वह ग्लैमर के कारण नहीं बल्कि विचारधारा के कारण कांग्रेस में आई हैं
पीएम के संबोधन पर राहुल गांधी ने उनपर कुछ इसतरह तंज कसा.
मलाइका अरोड़ा दूसरी बार शादी करने जा रही हैं
संयुक्त निदेशक स्तर के एक अधिकारी को जरूरी दस्तावेजों के साथ बुधवार लंदन रवाना होने का काम सौंपा गया है.