अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तीखी टिप्पणी के बाद पाकिस्तान में बौखलाहट जारी है. पाकिस्तान की ओर से लगातार बयानबाजी हो रही है. पाकिस्तान हर वो मुद्दे उठा रहा है जो अमेरिका की दुखती रग हो. इसी के तहत विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने अमेरिका की अफगान नीति को लेकर निशाना साधा. गुरुवार को उन्होंने कहा कि हमारे बेस का प्रयोग करते हुए अमेरिका ने अफगानिस्तान पर 57,800 हमले किए हैं.
ख्वाजा ने कहा, 'आप पूछते हैं कि हमने क्या किया? हमारे बेस का इस्तेमाल करते हुए आपने 57,800 बार अफगानिस्तान पर हमला किया. आपकी ओर से शुरू की गई जंग से हमारे हजारों नागरिक और जवान पीड़ित हैं.'
पाकिस्तान के विदेश मंत्री यहीं नहीं रुके. उन्होंने आगे कहा, अमेरिका पर आंखें बंद करके भरोसा नहीं करना चाहिए. अब हम अपने सम्मान के साथ समझौता नहीं करेंगे. ख्वाजा के मुताबिक, राष्ट्रपति ट्रंप ने बीते 15 साल में पाकिस्तान को 33 अरब डॉलर देने की बात कही, वह इस आंकड़े की सच्चाई बताएं. इसके लिए वे चाहें तो किसी अमेरिकी ऑडिट कंपनी की सेवा ले सकते हैं ताकि दुनिया को पता चल सके कि कौन झूठ बोल रहा है और धोखा दे रहा है.
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान को दी जाने वाली 25.5 करोड़ डॉलर यानी 1624 करोड़ रुपए से ज्यादा की मिलिटरी मदद पर रोक लगा दी है. व्हाइट हाउस ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि अब पाकिस्तानी सरजमीं पर पल रहे आतंकवाद के खिलाफ उसकी कार्रवाई ही तय करेगी कि यह मदद दी जाए या नहीं.
ट्रंप ने आरोप लगाया था कि पाकिस्तान ने बीते 15 साल में 33 अरब डॉलर की मदद के बदले अमेरिका को 'झूठ और धोखे' के सिवा कुछ भी नहीं दिया. ट्रंप ने साथ ही यह भी कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवादियों को 'सुरक्षित पनाहगाह' मुहैया कराई.
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