नवाज शरीफ को पाकिस्तान के सत्तारूढ़ दल पाकिस्तान मुस्लिम लीग- नवाज (पीएमएल-एन) का फिर से अध्यक्ष चुन लिया गया है. संसद ने हाल ही में एक विवादित विधेयक को पारित कर प्रधानमंत्री पद से हटाए जा चुके नवाज शरीफ की, राजनीति में वापसी का रास्ता साफ कर दिया है.
पनामा पेपर्स कांड में सुप्रीम कोर्ट द्वारा 28 जुलाई को अयोग्य ठहराए जाने के बाद पीएमएल-एन प्रमुख नवाज शरीफ को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था.
Former Pakistani PM Nawaz Sharif re-elected as president of the ruling Pakistan Muslim League-Nawaz (PML-N): Pakistan Media (File Pic) pic.twitter.com/W4d6VHITPG
— ANI (@ANI) October 3, 2017
जन प्रतिनिधित्व कानून, 1976 के तहत अयोग्य ठहराया गया कोई भी व्यक्ति पार्टी में पदाधिकारी के पद पर नहीं रह सकता है.
शरीफ के पार्टी प्रमुख बनने की राह का यह रोड़ा सोमवार को तब हट गया था जब देश की नेशनल एसेंबली ने विवादित इलेक्शन बिल, 2017 को पारित किया. इस विधयेक के मुताबिक, सार्वजनिक पद धारण करने के अयोग्य ठहराया गया व्यक्ति, राजनीतिक दल का प्रमुख रह सकता है.
संसद में पारित होने के कुछ ही घंटों के भीतर राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने इस विवादित विधेयक पर दस्तखत कर दिए थे.
पीएमएल-एन नेता डॉक्टर तारिक फजल चौधरी ने पार्टी अध्यक्ष के पद पर चुनाव के लिए शरीफ के दस्तावेज पाकिस्तान निर्वाचन आयोग को सौंपे. पार्टी से किसी अन्य उम्मीदवार ने पर्चा नहीं भरा था.
राज्य मंत्री तलाल चौधरी ने मीडिया को बताया कि शरीफ पीएमएल-एन प्रमुख बने रहेंगे. उन्होंने कहा, ‘वह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री भी बनेंगे. शरीफ को साजिशों के जरिए राजनीति से नहीं हटाया जा सकता.’
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