नासा ने तारों के चमचमाते वातावरण और उसके रहस्यों का खुलासा करने के लिए सूर्य की ओर सीधे उड़ान भरने वाले अपनी तरह के पहले अंतरिक्ष यान का प्रक्षेपण रविवार तक के लिए टाल दिया है. अधिकारियों का कहना है कि देरी के कारण का अभी पता नहीं चल सका है. लेकिन प्रक्षेपण से कुछ मिनटों पहले गैसीय हीलियम अलार्म बजने के बाद इसे टाला गया.
रॉकेट के कारण 1.5 मिलियन डॉलर के इस मिशन में पहले ही एक सप्ताह की देरी हो चुकी है. अधिकारियों के मुताबिक अब यह रविवार तड़के फिर से प्रक्षेपित किया जाएगा. इंजीनियर इसकी जांच के लिए अत्यधिक सावधानी बरत रहे हैं. नासा के विज्ञान मिशन निदेशालय के प्रमुख थॉमस जुर्बुचेन ने कहा कि यह मिशन एजेंसी का रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण मिशन में से एक है.
नासा ने कहा कि यदि प्रक्षेपण के लिए 60 प्रतिशत स्थितियां अनुकूल होती है तो रविवार को तड़के स्थानीय समयानुसार तीन बजकर 31 मिनट पर प्रक्षेपण किया जा सकता है. इतिहास में पहली बार सूर्य के करीब आकर मानव रहित जांच का मुख्य उद्देश्य सूर्य के आसपास के असामान्य वातावरण के रहस्यों का खुलासा करना है.
शनिवार को इस एतिहासिक पल को देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग पहुंचे थे. इनमें यूनीवर्सिटी ऑफ शिकागो के खगोलशास्त्री भी शामिल थे. जिनके नाम पर इस अंतरिक्षयान का नाम रखा गया है. युजीन पार्कर ने 60 साल पहले ही सोलर विंड के बारे में बताया था. पार्कर की उम्र 90 साल है और वह इस एतिहासिक उड़ान को देखना चाहते थे.
(इनपुट भाषा से)
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