चीनी मीडिया ने मालदीव द्वारा भारत को उसकी जमीन पर तैनात सैन्य हेलिकॉप्टर और जवानों को वापस बुलाए जाने को लेकर भारत पर निशाना साधा है. चीनी मीडिया ने कहा है कि मालदीव द्वारा उठाया गया ये कदम ये दर्शाता है कि वो अपने देश में भारत का प्रभाव कम करना चाहता है.
ग्लोबल टाइम्स पर कहा गया कि भारतीय राजनायिकों और सुरक्षा अधिकारियों का ये सोचना गलत होगा कि मालदीव ने ये कदम चीन के आदेश पर उठाया है. क्योंकि चीन दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में दखल नहीं देता है. अखबार में आगे कहा गया कि भारत लंबे समय से मालदीव को अपना प्रभाव क्षेत्र मानता रहा है और माले शहर पर दूसरे देशों के प्रभाव को कम कर अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश करता रहा है.
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही मालदीव ने भारत से अपनी जमीन पर तैनात सैन्य हेलिकॉप्टर और जवानों को वापस बुलाने को कहा था. मालदीव के राजदूत ने कहा था कि दोनों देशों के बीच जून में समझौता खत्म हो गया.
हाल के दिनों में दोनों देशों के बीच रिश्तों में तल्खी देखने को मिली है. चीन का मालदीव में दखल बढ़ा है और अब्दुल्ला यामीन की सरकार पूरी तरह से चीन के प्रभाव में है. मालदीव में चीन ने काफी निवेश किया है. वो सड़कों, पुलों और हवाई अड्डे बनाने पर तेजी से काम कर रहा है. बता दें कि कई दशकों से भारत और मालदीव के बीच करीबी संबंध रहे हैं. भारत ने हिंद महासागर में बसे इस छोटे से देश की सैन्य और आर्थिक तौर पर काफी मदद की है.
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