live
S M L

मलेशिया: देश छोड़ने की अटकलों के बीच नजीब पर यात्रा प्रतिबंध

नजीब का कथित उड़ान ब्योरा ऑनलाइन लीक होने के बाद कुआलालंपुर हवाईअड्डे पर भीड़ एकत्र हो गई, जिसके बाद यह फैसला लिया गया

Updated On: May 12, 2018 07:29 PM IST

Bhasha

0
मलेशिया: देश छोड़ने की अटकलों के बीच नजीब पर यात्रा प्रतिबंध

संसदीय चुनाव में जबर्दस्त हार के बाद मलेशिया के पूर्व नेता नजीब रजाक पर शनिवार को यात्रा प्रतिबंध लगा दिए गए. प्रतिबंध इन अटकलों के बीच लगाए गए कि अरबों डॉलर के घोटाले में मुकदमे से बचने के लिए वह देश छोड़ सकते हैं.

नजीब का कथित उड़ान ब्योरा ऑनलाइन लीक होने के बाद कुआलालंपुर हवाईअड्डे पर भीड़ एकत्र हो गई. गुस्साए लोग वाहनों को देखकर चिल्ला रहे थे और उनका वहां प्रवेश रोकने की मांग कर रहे थे. लीक हुए कथित उड़ान ब्योरे में कहा गया कि नजीब अपनी पत्नी के साथ इंडोनेशिया जाने की योजना बना रहे हैं.

इस सप्ताह संसदीय चुनाव में करारी हार के बाद अपने बैरिसन नेशनल (बीएन) गठबंधन की ओर से बढ़ते दबाव के बीच नजीब ने शनिवार को घोषणा की कि वह बीएन अध्यक्ष और इसके मुख्य दल के अध्यक्ष पद से भी इस्तीफा दे रहे हैं.

बीएन गठबंधन को कभी नजीब के मार्गदर्शक रह चुके महातिर मोहम्मद के नेतृत्व वाले गठबंधन से हार मिली है. इस चुनावी परिणाम से मलेशिया में राजनीतिक भूकंप सा आ गया जिससे नजीब के गठबंधन के 60 साल से चले आ रहे एकछत्र राज का अंत हो गया.

महातिर विश्व में सबसे बुजुर्ग निर्वाचित नेता बन गए हैं

चुनावी जीत के बाद महातिर विश्व में सबसे बुजुर्ग निर्वाचित नेता बन गए हैं. उनकी उम्र 92 साल है. पहले वह बीएन के कद्दावर नेता के रूप में दो दशक से अधिक समय तक प्रधानमंत्री रह चुके हैं. सेवानिवृत्ति के बाद महातिर विपक्ष में शामिल हो गए जिससे कि 1 एमबीडी कोष से भारी-भरकम राशि हड़पे जाने के आरोपों में नजीब को सत्ता से उखाड़कर फेंका जा सके. इस कोष की स्थापना नजीब ने ही की थी और वही इससे जुड़े कामकाज को देखा करते थे.

ऐसी अटकलें लगने लगीं कि नजीब देश छोड़ने की कोशिश कर सकते हैं क्योंकि महातिर ने वायदा किया था कि यदि वह सत्ता में आए तो विवाद की जांच कराएंगे.

नजीब का उड़ान कार्यक्रम जैसे ही लीक हुआ , यह खबर सोशल मीडिया पर जंगल में आग की तरह फैल गई. नजीब ने सोशल मीडिया पर कहा कि वह चुनाव के बाद आराम करने के लिए केवल कुछ समय के लिए विदेश जाने की योजना बना रहे हैं और अगले हफ्ते वापस आ जाएंगे.

नजीब का उड़ान कार्यक्रम लीक होने के बाद भड़क गए लोग

लेकिन सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा भड़क गया. वे आरोप लगाने लगे कि परास्त नेता देश छोड़कर भागना चाहते हैं. आव्रजन विभाग ने तुरत-फुरत घोषणा की कि नजीब और उनकी पत्नी रोस्माह मंसूर के मलेशिया छोड़ने पर रोक लगा दी गई है.

महातिर ने पुष्टि की कि उन्होंने नजीब और उनकी पत्नी को देश छोड़कर जाने से रोकने के लिए आदेश जारी किया है. उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘यह सच है कि मैंने नजीब को देश छोड़ने से रोका है, उन्हें और उनकी पत्नी को.’

नजीब ने एक ट्वीट में कहा, ‘मैं फैसले का सम्मान करता हूं और मैं अपने परिवार के साथ देश में ही रहूंगा.’ रोस्माह को अपनी लग्जरी शॉपिंग यात्राओं और डिजाइनर हैंडबैगों के विशाल संग्रह के प्रति कथित प्रेम के चलते लंबे समय से मलेशिया की जनता के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है.

तुरंत करनी है कार्रवाई

यह पूछे जाने पर कि क्या नजीब पर 1 एमडीबी की वजह से प्रतिबंध लगाए गए हैं, महातिर ने कहा, ‘उनके खिलाफ बहुत सी शिकायतें हैं जिनमें से सभी की जांच की जाएगी, हमें लगता है कि कुछ शिकायतें वैध हैं.’ उन्होंने कहा, ‘हमें तुरंत कार्रवाई करनी है क्योंकि हम दूसरे देशों के साथ प्रत्यर्पण जैसी समस्या में नहीं पड़ना चाहते.’

इससे पहले दर्जनों लोग हवाईअड्डे पर एकत्र हो गए जिससे कि नजीब और उनकी पत्नी को देश से जाने से रोका जा सके. हवाईअड्डे के उस गेट पर दंगा रोधी पुलिस तैनात थी जहां ऐसा माना जा रहा था कि वहां से नजीब प्रवेश करेंगे.

जब काले शीशों वाली एक सफेद रंग की कार ने वहां से गुजरने की कोशिश की तो भीड़ ने उसे घेर लिया. उन्होंने कार की खिड़की खोलने को कहा जिससे कि यह पता चल सके कि अंदर कौन है. कार सवार ने यह बताने के लिए शीशा खोल दिया कि उसमें नजीब नहीं हैं. भीड़ ने तब इस वाहन को जाने दिया.

नैतिक दायित्व को देख दिया इस्तीफा

नजीब ने बाद में एक संवाददाता सम्मेलन में भावुक होकर घोषणा की कि वह बीएन के अध्यक्ष पद तथा इसके मुख्य विपक्षी दल यूनाइटेड मलयज नेशनल ऑर्गेनाइजेशन (यूएएनओ) के अध्यक्ष पद से भी इस्तीफा दे रहे हैं. चुनाव में बीएन की ऐतिहासिक हार के बाद बढ़ते असंतोष के चलते उनकी रवानगी अपरिहार्य हो गई थी. नजीब ने कहा, ‘यदि पार्टी आम चुनाव में विफल होती है तो उसके प्रमुख का नैतिक दायित्व होता है कि वह इस्तीफा दे दे.’

वहीं, महातिर ने अपनी कैबिनेट की पहली तीन नियुक्तियों की घोषणा की जिनमें लुम गुआन एंग को वित्त मंत्री, मुह्यिद्दीन यासीन को गृहमंत्री और मोहम्मद साबू को रक्षामंत्री बनाया गया है.

4.5 अरब डॉलर की लूट-खसोट का आरोप

अमेरिकी विदेश विभाग ने दीवानी वाद में आरोप लगाया है कि धोखाधड़ी और धनशोधन वाली 1 एमडीबी योजना से 4.5 अरब डॉलर की लूट-खसोट की गई और यह अमेरिका भेजी गई जहां इसका इस्तेमाल कलाकृतियों से लेकर अत्यधिक महंगी भूसंपदा तक हर चीज खरीदने में किया गया.

महातिर की ऐतिहासिक जीत के बाद एक और महत्वपूर्ण घटनाक्रम में शुक्रवार को उन्होंने घोषणा की कि शाह जेल में बंद नेता अनवर इब्राहीम को माफी देने पर सहमत हो गए हैं. इससे राजनीति में अनवर की वापसी का मार्ग प्रशस्त होगा और बाद में वह संभवत: प्रधानमंत्री बन सकते हैं. महातिर ने कहा है कि उनकी योजना प्रधानमंत्री का पद अंतत: अनवर को देने की है.

0

अन्य बड़ी खबरें

वीडियो
KUMBH: IT's MORE THAN A MELA

क्रिकेट स्कोर्स और भी

Firstpost Hindi