सऊदी अरब सरकार द्वारा यात्रा प्रतिबंध हटाए जाने और अमेरिका जाने की अनुमति मिलने के बाद पत्रकार जमाल खशोगी के बेटे ने आखिरकार सऊदी अरब छोड़ दिया. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रॉबर्ट पलाडिनो ने कहा कि अमेरिका इस फैसले का स्वागत करता है. खशोगी की हत्या को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पैदा हुए विवाद के बीच गुरुवार को यह कदम उठाया गया.
तीन हफ्ते पहले तुर्की के इस्तांबुल में स्थित सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास में दो अक्टूबर को पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या कर दी गई थी. अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने हाल ही में सऊदी अरब की यात्रा के दौरान खशोगी के बेटे सलाह खशोगी के मामले पर चर्चा की थी. उन्होंने स्पष्ट कर दिया था कि वाशिंगटन चाहता है कि सलाह अमेरिका लौट आए.
सऊदी सरकार ने देश छोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया था:
हालांकि सलाह खशोगी कहां जाएंगे ये बात स्पष्ट नहीं थी. वाशिंगटन पोस्ट के लिए लिखने वाले जमाल खशोगी सऊदी सरकार के मुखर विरोधी थे. जिस वक्त खशोगी की हत्या हुई थी तब वो स्व निर्वासन में थे और वाशिंगटन में रह रहे थे. सीएनएन और बीबीसी के मुताबिक सलाह खशोगी शायद अमेरिका पहुंच चुके हैं. और उनके पास सऊदी और यूएस दोनों ही जगह का पासपोर्ट है.
कुछ महीने पहले सऊदी सरकार ने सलाह के देश छोड़ने पर पाबंदी लगा दी थी. उन पर ये प्रतिबंध उनके पिता जमाल खशोगी द्वारा सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की आलोचना के बाद लगाए गए थे. इस हफ्ते जारी हुए कुछ फोटोग्राफ में सलाह को क्राउन प्रिंस द्वारा सांत्वाना देते हुए दिखाया गया था.
(भाषा से इनपुट)
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