बीबीसी के चार सीनियर पुरुष पत्रकारों ने अपनी सैलरी कम करने पर हामी भर दी है. इन चारों की सैलरी सबसे ज्यादा थी. दरअसल पिछले दिनों बीबीसी की एक महिला पत्रकार ने आरोप लगाया था कि यहां महिलाओं के साथ सैलरी को लेकर भेदभाव किया जाता है.
बीसीसी ने शुक्रवार को बताया कि उनके चार पत्रकार सैलरी कम करने के लिए राजी हो गए हैं. जिन पत्रकारों ने अपनी सैलरी कम करने पर हामी भरी है वे हैं वाई ब्रॉडकास्टर जर्मी विन और जॉन हमफ्रीज़, न्यूज़ एंकर हुव इडवर्ड्स और उत्तरी अमेरिका के एडिटर जॉन सॉपेल.
बीबीसी ने पिछले साल ये खुलासा किया था कि सबसे ज़्यादा सैलरी पाने वाले दो तिहाई पुरुष हैं. बीबीसी के डायरेक्टर जेनरल टॉनी हॉल ने कहा है कि साल 2020 तक पुरुष और महिलाओं की सैलरी के अंतर को कम कर दिया जाएगा.
उत्तरी अमेरिका के एडिटर जॉन सॉपेल की सैलरी साल 2016/17 में 200,000 पाउंड से 249,999 के बीच थी. पिछले साल चीन में बीबीसी की एडिटर कैरी ग्रेसी ने बीजिंग में अपने पुरुष कर्मचारी की तुलना में कम सैलरी के विवाद के चलते इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने अपने इस्तीफे के बाद एक खुला पत्र लिखा जिसमे उन्होंने बीबीसी पर सवाल खड़े किए थे.
ग्रेसी ने कहा था कि उन्हें पता चला कि दो पुरुष कर्मचारी महिला कर्मचारियों से 50 फीसदी अधिक पैसा पा रहे हैं, जबकि वो एक ही पद पर हैं. उन्होंने इस पूरे विवाद के लिए किसी स्वतंत्र संस्था के गठन की मांग की थी.
(साभार: न्यूज़18)
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