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FB की चाल! टीनेज लड़कियों को अधेड़ फ्रेंड क्यों सजेस्ट कर रही है साइट

चाइल्ड ग्रूमिंग शब्द का उपयोग भावनात्मक संबंध स्थापित कर बच्चों को यौन उत्पीड़न के प्रति रोकथाम के प्रयास को कम करने के लिए होता है

Updated On: Nov 11, 2018 10:09 PM IST

FP Staff

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FB की चाल! टीनेज लड़कियों को अधेड़ फ्रेंड क्यों सजेस्ट कर रही है साइट

रिपोर्टों के मुताबिक फेसबुक टीन एज की लड़कियों को मिडिल एज वर्ग के पुरुषों को फ्रेंड के तौर पर सजेस्ट कर रहा है. शनिवार को द टेलीग्राफ में छपी रिपोर्ट के मुताबिक सोशल नेटवर्क से जुड़ने वाली 13 वर्ष की उम्र वाली लड़कियों को 300 फ्रेंड सजेस्ट किए जाते हैं. जिन्हें वह फ्रेंड लिस्ट में एड कर सकती हैं.

सजेस्ट किए जाने वालों में कुछ लोग मिड एज के होते हैं और उनकी प्रोफाइल में टॉपलेस फोटो होते हैं. इस पर फेसबुक ने कहा है कि साइन अप करने वाली किशोरियों के ऐसे सजेशन की कोई विशेष प्रणाली नहीं होती है. इंग्लैंड स्थित चैरिटी नेशनल सोसाइटी फॉर द प्रिवेंशन ऑफ क्रूएलिटी टू चिल्ड्रेन (एनएसपीसीसी) ने सोशल नेटवर्किंग साइट के मंच पर बच्चों के लिए फ्रैंड्स की सिफारिशों को निलंबित करने की मांग की है.

एनएसपीसीसी के प्रमुख के मुताबिक ग्रूमर्स सोशल नेटवर्क्स साइट्स पर बच्चों के फ्रेंड्स ग्रुप में घुसपैठ कर रहे हैं. उनका मानना है कि अक्सर बच्चों को लाइव स्ट्रीमिंग या एन्क्रिप्टेड साइटों पर ले जाने के इरादे से ग्रूमर्स उनका आसानी से यौन शोषण कर सकते हैं. चाइल्ड ग्रूमिंग शब्द का उपयोग भावनात्मक संबंध स्थापित कर बच्चों को यौन उत्पीड़न के प्रति रोकथाम के प्रयास को कम करने के लिए होता है.

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