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‘डेली स्टार’ की खबर के अनुसार, ढाका-13 और ढाका-6 क्षेत्र में विभिन्न मतदान केंद्रों पर ईवीएम में दिक्कतें आने से मतदान प्रक्रिया धीमी हो गयी और लंबी-लंबी कतारें लग गयी.
‘बीडी न्यूज 24डॉट कॉम’ ने कहा है कि मशीनों में फिंगरप्रिंट की पहचान नहीं हो पाने के कारण कई जगहों पर मतदाताओं को दिक्कतें हुई.
ईवीएम के इस्तेमाल के प्रति मतदाताओं को जागरूक करने के लिए चुनाव आयोग ने 27 दिसंबर को छद्म वोटिंग अभियान का आयोजन किया था.
पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर चुनाव में ईवीएम का इस्तेमाल किया गया है. देश में स्थानीय सरकार के चुनावों में आठ साल पहले इसकी शुरूआत हुयी थी.
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बांग्लादेश में रविवार को आम चुनाव के लिए पहली बार इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) का इस्तेमाल हुआ. हालांकि, सीमित संख्या में ही ईवीएम का प्रयोग हुआ है और कुछ जगहों से तकनीकी गड़बड़ी की भी खबरें भी आयी हैं.
कुल 299 संसदीय क्षेत्रों में से केवल छह क्षेत्रों में ही ईवीएम का प्रयोग किया गया. हालांकि, पड़ोसी भारत में दशकों से इसका इस्तेमाल हो रहा है.