अमेरिका में एंटी मुस्लिम ग्रुप की संख्या 2016 में तीनगुनी हो गई है. एक रिपोर्ट के मुताबिक डोनाल्ड ट्रंप के राजनीतिक उदय ने अमेरिका में एंटी मुस्लिम ग्रुप के बढ़ने में मददगार साबित हुई है.
हफिंगटन पोस्ट में छपी खबर के मुताबिक 2015 में अमेरिका में एंटी मुस्लिम ग्रुप की संख्या 34 थी, जो साल 2016 में बढ़कर 101 हो गई. साउथर्न पॉवरटी लॉ सेंटर की एनुअल सेंसस हेट ग्रुप्स रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले दो सालों में एंटी मुस्लिम ग्रुप में ज्यादा इजाफा देखा गया है. खासकर इस्लामिक आतंकी घटनाओं जैसे ओरलैंडो में 49 लोगों की हत्या, फ्लोरिडा के गे नाइट क्लब में हमलों के बाद ऐसे ग्रुप बढ़े हैं.
डोनाल्ड ट्रंप के भाषणों में मुस्लिमों की बैन करने की बात से ऐसे लोगों को बल मिला है, जो एंटी मुस्लिम भावना रखते हैं.
हालांकि ऐसे एंटी मुस्लिम ग्रुप इस्लाम को एक धर्म की तरह नहीं बल्कि एक राजनीतिक विचार की तरह देखते हैं, जो हिंसा, नफरत और प्रोपेगेंडा फैलाने वाला होता है.
ऐसे ग्रुप मुस्लिमों की साजिश वाली थ्योरी पर भरोसा करते हैं. जिसमें अमेरिका और यूरोप जैसे देशों में सरकार को हटाकर शरिया और इस्लामिक लॉ के लागू करने की साजिश वाली बात शामिल होती है.
रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि पहले ऐसे कई एंटी मुस्लिम ग्रुप जो अपने विचारों को लिए एक किनारे में पड़े थे, वो अब ट्रंप के एडमिनिस्ट्रेशन में घुस आए हैं.
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