परमाणु हथियार हासिल करने की फिराक में जुटे आतंकवादी संगठनों का किसी भी तरह से समर्थन करने वाले देशों को अमेरिका ने चेतावनी दी है.
राजनीतिक मामलों के उपमंत्री टॉन शेनॉन ने पेंटागन में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘अमेरिका परमाणु हथियार हासिल करने की कोशिश कर रहे आतंकवादियों का समर्थन करने वाले किसी भी गैर राजनीतिक या आतंकवादी संगठन की जवाबदेही तय करेगा.’
इस संवाददाता सम्मेलन में ट्रंप प्रशासन ने 2018 न्यूक्लियर पोश्चर रिव्यू (एनपीआर) रिपोर्ट भी पेश की.
परमाणु आतंकवाद 21वीं सदी का सबसे बड़ा खतरा
सौ पृष्ठों की एनपीआर रिपोर्ट में और न ही शेनॉन ने इस संबंध में ऐसे किसी भी देश की पहचान की जिसे आतंकवादी समूहों की मदद करते हुए देखा जा सकता है.
अमेरिकी अधिकारी पाकिस्तान के परमाणु हथियार आतंकवादियों के हाथ लगने की आशंका को लेकर चिंता जताते रहे हैं. अमेरिका उसके परमाणु हथियारों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए इस्लामाबाद के साथ मिलकर काम करता रहा है.
पाकिस्तान इन आशंकाओं को खारिज करता रहा है और उसका कहना है कि उनके परमाणु हथियार दुनिया में सबसे सुरक्षित हैं.
शेनॉन ने कहा कि परमाणु आतंकवाद 21वीं सदी में सबसे बड़ा खतरा बना हुआ है और देशों को इसे खत्म करने की जरुरत है.
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