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IMF जाने से बचने के लिए पाकिस्तान लगा सकता है चीज़ के आयात पर रोक

पाकिस्तान एसेंबली में वित्त मंत्री उमर ने बताया था कि पाकिस्तान की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए 9 बिलियन डॉलर (करीब 650 करोड़) की आवश्यकता है

Updated On: Sep 10, 2018 03:47 PM IST

FP Staff

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IMF जाने से बचने के लिए पाकिस्तान लगा सकता है चीज़ के आयात पर रोक

पाकिस्तान के वरिष्ठ आर्थिक सलाहकारों ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से बकाया मांगने से बचने के तरीकों पर बैठक की है. जिसमें लग्जरी कारों, स्मार्टफोन और चीज़ के आयात पर प्रतिबंध लगाने पर भी चर्चा हुई. हालांकि इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है.

पाकिस्तान के बढ़ते चालू खाता घाटे से निपटने के लिए नवनिर्मित आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएसी) ने सरकार के दृढ़ संकल्प को भी जाहिर किया. ईएसी ने पिछले सप्ताह अपनी पहली बैठक की थी जिसकी अध्यक्षता वित्त मंत्री असद उमर ने की.

इमरान ने निर्भरता की संस्कृति की आलोचना की

निर्यात में कमी और आयात में उछाल के कारण पाकिस्तानी की अर्थव्यवस्था में डॉलर की कमी और विदेशी मुद्रा भंडार भी कम हुआ है. इस पर वरिष्ठ वित्त विश्लेषकों ने भविष्यवाणी करते हुए कहा कि सरकार 1980 की तरह ही आईएमएफ का रुख करेगी. लेकिन नए प्रधान मंत्री इमरान खान ने निर्भरता की इस संस्कृति की आलोचना की है. उनके पार्टी के अधिकारियों ने चिंता व्यक्त की है कि आईएमएफ से मांग करने पर सरकार के वादों का दमन हो जाएगा.

रॉयटर्स के मुताबिक ईएसी के एक सदस्य अशफाख हसन खान ने कहा कि परिषद ने बैठक के दौरान आयात में कटौती के लिए कई अनोखे तरीकों पर बातचीत की. उन्होंने कहा, 'परिषद में किसी भी सदस्य ने कोई रास्ता न होने पर आईएमएफ जाने का सुझाव नहीं दिया.' हसन का कहना है, 'हमें कोई न कोई कदम लेना ही होगा. कुछ न करने का सिद्धांत इस बार नहीं चलेगा.'

जरूरत पूरी करने के लिए पाक को चाहिए 9 बिलियन डॉलर

पाकिस्तान एसेंबली में वित्त मंत्री उमर ने बताया था कि पाकिस्तान की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए 9 बिलियन डॉलर (करीब 650 करोड़) की आवश्यकता है. इमरान खान ने कहा, 'कई कठोर कदमों जैसे चीज़, कार, स्मार्टफोन और फलों के आयात पर प्रतिबंध से 4-5 बिलियन डॉलर की बचत होगी.' खान ने कहा, 'आप देखिए विदेशों से कितना ज्यादा चीज़ आयात किया जा रहा है. बाजार आयात किए हुए चीज़ से भरे पड़े हैं. क्या जिस देश में डॉलर नहीं है, इसके लायक है, कि यह चीज़ आयात कर रहा है?'

चालू खाता घाटे का दबाव

पिछली सरकार ने पिछले साल आयात की हुई करीब 240 वस्तुओं पर 50 प्रतिशत तक टैरिफ बढ़ा दिए थे. जिसमें चीज़, ज्यादा हॉर्सपावर वाली कारें, शामिल थी. इसी के साथ कई नए आयात किए जाने वाली वस्तुओं पर भी ड्यूटी बढ़ाई थी लेकिन पूरी तरह आयात पर रोक नहीं लगाई.

तेल की कीमतों के कारण 30 जून को खत्म हो चुके वित्त वर्ष में पाकिस्तान का चालू खाता घाटा 43 प्रतिशत बढ़ कर 18 अरब डॉलर हो गया. पाकिस्तान अपनी तेल की जरूरतों का 80 प्रतिशत आयात करता है. चालू खाता घाटे के दबावों को कम करने के लिए, पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने दिसंबर से रुपए की कीमत को चार बार अवमुल्य किया है. जबकि इस साल ब्याज दरों में तीन गुना वृद्धि भी हुई है.

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