भारतीय आईटी कंपनियों में सबसे ज्यादा एच-1B और एल 1 जैसे वीजा की डिमांड ज्यादा रहती है. लेकिन हाल में डोनाल्ड ट्रंप के निर्देशों के कारण इन कंपनियों के लिए वीजा हासिल करना मुश्किल हो गया है. ट्रंप ने 13 साल पुरानी अपनी नीति रद्द कर दी, जिससे
यहां हम आपको 10 ऐसी कंपनियों के बारे में बताएंगे जिनको ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है. यानी अब इन कंपनियों को एच-1 बी वीजा नहीं मिलेगा.
AJEL टेक्नोलॉजी
निष्काशन अवधि- 25 दिसंबर 2016 से 24 दिसंबर 2018 तक
नीश सॉफ्टवेयर सॉल्यूशन निष्काशन अवधि- 12 फरवरी 2018 से 11 फरवरी 2019 तक
तेलावा नेटवर्क्स निष्काशन अवधि- 25 दिसंबर 2016 से 24 दिसंबर 2018 तक
अमीका टैक्नोलॉजी सॉल्यूशन निष्काशन अवधि- 25 जुलाई 2017 से 24 जुलाई 2019 तक
क्लिनरॉन एलएलसी 203 निष्काशन अवधि- 21 सितंबर 2016 से 20 सितंबर 2018 तक
डेल्टा सर्च लैब्स निष्काशन अवधि- 21 सितंबर 2016 से 20 सितंबर 2018 तक
फोस्कैम डिजिटल टेक्नोलॉजी निष्काशन अवधि- 25 जुलाई 2017 से 24 जुलाई 2018 तक
जी हेल्थकेयर एल एल सी निष्काशन अवधि- 25 दिसंबर 2016 से 24 दिसंबर 2018 तक
एम डी 2 सिस्टम्स निष्काशन अवधि- 14 नवंबर 2016 से 13 नवंबर 2018 तक
नॉर्थर्न कैलिफॉर्निया युनिवर्सल एंटर्प्राइज निष्काशन अवधि- 14 अप्रैल 2014 से 13 अप्रैल 2019
इन सभी कंपनियां निष्काशन की तारीख के बाद अमेरिका में कार्य नहीं कर सकेंगी. इन सभी को अमेरिकी प्रशासन ने विलफुल डिफाल्टर घोषित कर दिया है.
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