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बढ़ती अफवाहों को लेकर सरकार ने व्हाट्सऐप और कई सोशल साइट्स को दी चेतावनी

पिछले कुछ महीनों में बच्चों को चोरी करने जैसे फर्जी वीडियो तमाम सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे हैं

Updated On: Jul 04, 2018 10:20 AM IST

FP Staff

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बढ़ती अफवाहों को लेकर सरकार ने व्हाट्सऐप और कई सोशल साइट्स को दी चेतावनी

केंद्र सरकार ने सोशल मीडिया पर फैलती अफवाहों के चलते हो रही मौतों पर गंभीर रुख अपनाया है. सरकार ने फेसबुक की कंपनी व्हाट्सऐप के मैसेंजिंग ऐप को चेतावनी दी है.

सरकार ने व्हाट्सऐप और कई अन्य मैसेंजिंग ऐप को निर्देश देते हुए कहा है कि उनके जरिए फैल रही फर्जी खबरों, वीडियो और तस्वीरों पर वे लगाम लगाएं. महाराष्ट्र समेत देश के कई हिस्सों में पिछले कुछ माह में अफवाहों के चलते 20 से ज्यादा लोगों की हत्या के मामले के बाद केंद्र ने यह चेतावनी जारी की है

केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा कि व्हॉट्सऐप उसके मंच से फैलाई जा रही ऐसी अफवाहों को रोकने के लिए तुरंत कदम उठाए. ऐसी अफवाहें फैलती हैं तो व्हॉट्सऐप या अन्य सोशल साइट अपनी जिम्मेदारी और जवाबदेही से नहीं बच सकते हैं.

आईटी विभाग ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि सभी सोशल मीडिया नेटवर्क यह सुनिश्चित करें कि किसी भी तरह की गैरकानूनी  गतिविधिओं में उनके मंच का इस्तेमाल ना हो. हालांकि पुलिस प्रशासन भी ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पूरी कोशिश कर रही है. इस तरह की गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल लोंगो को चेतावनी भेजी जा रही है.

विभाग ने कहा कि निर्दोष लोगों को भीड़ द्वारा पीट-पीट कर मार डालने की घटनाओं को हमने संज्ञान में लिया है. व्हाट्सएप की मदद से बड़ी संख्या में अफवाह फैलाने और लोगों को भड़काने वाले मैसेज फैलाए जा रहे हैं. मालूम हो कि पिछले कुछ महीनों में बच्चों को चोरी करने जैसे फर्जी वीडियो तमाम सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे हैं. जिसके बाद कई जगह हिंसा हो चुकी है और कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.

सरकार ने फर्जी खबरों और वीडियो को रोकने के लिए फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्सएप के प्रतिनिधियों की बैठक बुलाने का फैसला किया है. गृह मंत्रालय एक अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि जल्द ही इन प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक होगी, जिसमें अफवाहों के चलते हो रही हत्याओं का मुद्दा उठाया जाएगा और इन अफवाओं को रोकने के तरीको पर विचार किया जाएगा.

इससे पहले गत 16 जून को गृह सचिव राजीव गाबा की अगुआई में एक मंत्रालयी बैठक के दौरान सोशल मीडिया पर फैलती अफवाहों से निपटने की रणनीति पर चर्चा हुई थी. आतंकियों द्वारा सोशल मीडिया के इस्तेमाल और इस पर अश्लील सामग्री को रोकने पर भी विचार हुआ था.

व्हाट्सएप ने इससे पहले कहा था कि वह यूजर को फर्जी खबरें या वीडियो न भेजने को लेकर जागरूक करता रहता है. फारवर्ड मैसेज को बिना सोचे समझे आगे बढ़ाने से रोकने के लिए भी जरूरी बदलाव किए जा रहे हैं.

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