वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में ऐस्ट्रनॉट्स को होने वाली खाने की समस्या का एक हल निकाला है. वैज्ञानिकों का ये समाधान एक बड़ी खोज के रूप में देखा जा रहा है. दरअसल वैज्ञानिकों ने एक ऐसा तरीका खोज निकालने का दावा किया है जिसमें ह्यूमन वेस्ट यानि मानव मल को खाने में बदला जा सकता है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक वैज्ञानिकों ने इस प्रॉसेस के लिए माइक्रोब्स का इस्तेमाल किया है. इसके जरिए उन्होंने ह्यूमन वेस्ट में से सॉलिड और लिक्विड को अलग-अलग कर उसमें से प्रोटीन और फैट के तत्वों को निकालकर खाने लायक सामिग्री तैयार करने का दावा किया है.
हालांकि लोग एनारोबिक डाइजेशन नाम के इस प्रॉसेस को वेस्ट ट्रीटमेंट के लिए इस्तेमाल करते हैं, लेकिन ऐसा पहली बार होगा जब इस प्रॉसेस के जरिए ह्यूमन वेस्ट का ट्रीटमेंट कर वापस खाने में बदला जाएगा.
अमेरिका की पेन्सिलवेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी के माइक्रोब रिसर्चर प्रोफेसर क्रिस्टोफर हाउस ने कहा कि 'हमने ऐस्ट्रनॉट्स के वेस्ट को माइक्रोब्स की मदद से ट्रीट किया और उससे यह प्रयोग सामने आया है.' उन्होंने कहा, 'यह थोड़ा अलग है. हालांकि इस पर अभी कुछ और काम किए जाने की जरूरत है.'
देखा जाए तो इस रिसाइकल के प्रॉसेस को ऐस्ट्रनॉट्स के लिए एक बहुत बड़ी समस्या के समाधान के रूप में देखा जा रहा है. अभी तक लोग अंतरिक्ष में टमाटर और आलू उगाने की कोशिश करते रहे हैं. ये तरीके बहुत खर्चीले और लगभग अव्यवहारिक हैं. ये नया तरीका सुनने में चाहे जैसा लगे, भविष्य की तकनीक यही है.
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