एक अध्ययन में दावा किया गया है कि स्मार्टफोन के डेटा का इस्तेमाल मौसम संबंधी पूर्वानुमान जाहिर करने के लिए किया जा सकता है जिससे अचानक आने वाली बाढ़ और अन्य प्राकृतिक आपदाओं के बारे में समय रहते सूचना मिल सकेगी.
इजराइल की तेल अवीव यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने कहा कि स्मार्टफोन से वायुमंडल के दबाव, तापमान और आर्द्रता आदि की जानकारी वायुमंडलीय स्थितियों का पता लगाने के लिए ली जा सकती है. शोधकर्ताओं ने स्मार्टफोन के सेंसरों की कार्यप्रणाली समझने के लिए चार स्मार्टफोन को नियंत्रित स्थिति में तेल अवीव यूनिवर्सिटी के आसपास रखे.
एटमॉस्फेरिक एंड सोलर- टेरेस्ट्रियल फिजिक्स जनरल में प्रकाशित अध्ययन में कहा गया है कि इस दौरान स्मार्टफोन में जो डेटा रहा उसका उपयोग मौसम संबंधी स्थिति का पता लगाने में किया गया. शोधकर्ताओं ने ब्रिटेन के एक एप वेदरसिग्नल के डेटा का भी अध्ययन किया. तेल अवीव यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर कोलिन प्राइस ने बताया हमारे स्मार्टफोन के सेंसर पृथ्वी के गुरूत्व, उसके चुंबकीय क्षेत्र, वायुमंडलीय दाब, प्रकाश के स्तर, आर्द्रता, तापमान, ध्वनि के स्तर सहित पर्यावरण की तमाम स्थितियों पर लगातार निगरानी रखते हैं.
उन्होंने बताया आज, दुनियाभर के 3 से 4 अरब स्मार्टफोन में वायुमंडल संबंधी महत्वपूर्ण डेटा है जो मौसम और अन्य प्राकृतिक आपदाओं के बारे में सटीक पूर्वानुमान लगाने की हमारी क्षमता को बेहतर बना सकता है. इन आपदाओं की वजह से हर साल बड़ी संख्या में लोगों की जान चली जाती है. शोधकर्ताओं ने बताया कि 2020 तक दुनिया भर में छह अरब और स्मार्टफोन होंगे.
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