रॉयल एनफील्ड मोटरसायकिल को लेकर हिंदुस्तानियों में अलग ही क्रेज़ है. बुलेट के नाम से मशहूर ये बाइक हिंदुस्तान की मि़ड लेवल बाइक का लगभग 75 प्रतिशत मार्केट कवर करती है. बुलेट को लेकर भारतीय इतने दीवाने हैं कि देश भर में ऐसी कई छोटी कंपनियां हैं जो रॉयल एनफील्ड को एक अलग शक्ल देती हैं. इन कस्टम बाइक्स में कई ऐसे मोडिफाइड मॉडल हैं जो किसी की रॉयल एनफील्ड को एक बिलकुल अलग मॉडल बना देते हैं. नजर डालते हैं ऐसी ही कुछ खास रॉयल एनफील्ड्स पर.
फुल थ्रॉटल कस्टम
500 सीसी रॉयल एनफील्ड क्लासिक को तराश कर बनाई गई इस फुल थ्रॉटल कस्टम की तस्वीरें इंटरनेट पर तेजी से वायरल हुई हैं. सिंगल सीट वाली इस बाइक में सबसे खास बात इसका फ्यूलटैंक है. टैंक को इस तरह से बनाया गया है कि एक ऐंगल से देखने पर लगता है कि गाड़ी में पेट्रोल की टंकी है ही नहीं. इसके अलगा मैट फिनिश्ड स्टील जैसा लुक बाइक को किसी रॉकस्टार जैसा फील देता है. इस तरह की बाइक बेशक जबरदस्त लगती है लेकिन इसपर बैठने वाले के पास भी वैसा ही जबरदस्त स्टाइल और ऐटिट्यूड होना चाहिए.
अमेरिकाना
फोटो बुलेटियर कस्टम के फेसबुक पेज से
आप अगर हॉलीवुड फिल्मों के शौकीन हैं तो आपको देखते ही समझ आ जाएगा कि ये बाइक कहां से प्रेरित है. पहली नजर में ही कैप्टन अमेरिका की फीलिंग देने वाली इस कस्टम रॉयल एनफील्ड को बुलेटियर कस्टम्स ने बनाया है. इसकी फुल ब्लैक बॉडी और सिंगल रियर सस्पेंशन के साथ जो भी सड़क पर निकलेगा, लोग घुमकर जरूर देखेंगे.
व्हाइट फैंग
बुलेटियर कस्टम्स की इस मोटरसायकिल में एक अलग सिम्पस क्लास दिखता है. सफेद और काले रंग के कॉम्बिनेशन वाली ये बुलेट 350 सीसी इंजन पर बनी है. इसमें एक ही सीट है और बैक लाइट एलईडी गाड़ी को अलग लुक देती है.
राजपूताना एसॉल्ट
500 सीसी का इंजन, झुके हुए हैंडल, स्लीक फ्यूल टैंक, मोटे टायर और मिलिट्री ग्रीन कलर में ये गाड़ी सेकेंड वर्ल्ड वॉर का अहसास दिलाती है. अगर किसी को सेना से जुड़े स्टाइल में बुलेट चाहिए तो राजपूताना की इस बाइक से बेहतर विकल्प शायद ही मिले.
ओलड डेल्ही मोटरसायकिल
दिल्ली वालों को बुलेट के लिए एक अलग प्रेम है. इस बुलेट प्रेम को एक कदम और आगे लेकर जाती है ओल्ड डेल्ही मोटरसायकिल. अगर आप आपनी रॉयल एनफील्ड को थोड़ा और क्लासिक बनाना चाहते हैं तो ओल्ड डेल्ही मोटर सायकिल बढ़िया पसंद हो सकती है.
सीनियर डॉक्टर पर रेजिडंट डॉक्टर से मारपीट करने का आरोप, इमरजंसी और आईसीयू सेवा चालू लेकिन अन्य सेवाएं प्रभावित
कहा जाता है कि जब-जब देश के ऊपर विपत्तियां आती हैं तब-तब कोई न कोई न कोई गोपनीय रूप से मां बगलामुखी की साधना व यज्ञ-हवन करता ही है
गांधी जिस चार्टर्ड प्लेन में सफर कर रहे थे वह 10 सीट वाला दशॉ फॉल्कन 2000 एयरक्राफ्ट (वीटी-एवीएच) था
उम्मीदवार अपना रिजल्ट एसएमएस के माध्यम से भी प्राप्त कर सकते हैं
सरकार ने यह कहकर जोसफ के नाम के प्रस्ताव को लौटा दिया कि यह प्रस्ताव सुप्रीम कोर्ट के स्टैंडर्ड के मुताबिक नहीं है