गूगल ने अपने ऊपर लगे इस आरोप की पुष्टि की है कि ऐंड्रॉएड स्मार्टफोन हर समय लोकेशन ट्रैक करते हैं. भले ही आपने जीपीएस ऑफ करके रखा हो. हालांकि गूगल ने ये भी कहा है कि वो जल्दी ही इस कमी को दूर कर लेगा.
गूगल का कहना है कि जनवरी 2017 में उसने मोबाइल की सेल आईडी को बेहतर सिगनल के लिए इस्तेमाल करना शुरू किया था. मगर इसके चलते किसी की लोकेशन बिना उसकी इजाज़त के देखना संभव नहीं था.
दूसरी ओर कुछ रिसर्चर्स का कहना है कि भले ही गूगल का डेटा इनक्रिप्टेड हो, बाहर की कंपनियां इसके जरिए किसी की लोकेशन पता कर सकती हैं. और इस समस्या का कोई समाधान नहीं है. आप फोन को पूरी तरह फॉर्मेट कर दें, लोकेशन बंद कर दें मगर आपकी आवाजाही ट्रैक होती रहेगी.
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