भारतीय जूनियर टीम को गुरुवार को सातवें सुल्तान जोहोर कप हॉकी टूर्नामेंट के चौथे राउंड के रॉबिन लीग मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के हाथों 3-4 से हार का मुंह देखना पड़ा. भारत ने बुधवार को अपने तीसरे लीग मुकाबले में अमेरिका को 22-0 से रौंदा था, उसके एक दिन बाद उसे ऑस्ट्रेलिया से पराजय झेलनी पड़ी जो उसकी पहली हार है.
दिलप्रीत सिंह ने 30वें और 47वें मिनट में जबकि संजय ने नौंवे मिनट में भारत के लिए गोल किए. जबकि जीतने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए जोएल रिंटाला ने तीसरे मिनट, कोबी ग्रीन ने 36वें मिनट, जोनाथन ब्रेथरटन ने 45वें मिनट और नाथन इफराम्स ने 45वें मिनट में गोल दागे.
ऑस्ट्रेलिया ने पहले क्वार्टर में दबदबा बनाते हुए भारतीय डिफेंस पर हमले बोले और अच्छी शुरुआत की. इससे ऑस्ट्रेलिया को तीसरे ही मिनट में पेनल्टी कार्नर मिल गया जिसे जोएल रिंटाला ने गोल में तब्दील कर बढ़त बना ली. हालांकि गोल गंवाने के बाद भारतीय टीम ने पहले क्वार्टर के अंत में नौवें मिनट में पेनल्टी कार्नर हासिल किया, जिस पर संजय ने गोल कर स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया.
दूसरे क्वार्टर में खेल संतुलित रहा जिसमें दोनों टीमों के डिफेंडरों ने भरसक प्रयास किए. हालांकि हाफ टाइम हूटर के अंतिम मिनट में दिलप्रीत सिंह के शानदार शॉट से भारत को 2-1 से बढ़त मिल गई.
तीसरे क्वार्टर में ऑस्ट्रेलिया का ध्यान सिर्फ बराबरी पर लगा था, उसने तेजी से किए गए पास से खेल पर नियंत्रण बनाया. 36वें मिनट में ऑस्ट्रेलियाई टीम एक पेनल्टी कार्नर को गोल में बदलकर बराबरी पर आ गई, जिस पर कोबी ग्रीन ने गोल किया. इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम 45वें मिनट में पेनल्टी कार्नर पर जोनाथन ब्रेथरटन ने शानदार शॉट से किए गए गोल से 3-2 से आगे हो गई.
अंतिम क्वार्टर में दिलप्रीत ने लंबे पास से गोल कर भारत को फिर 3-3 पर ला दिया. हालांकि यह बराबरी केवल दो मिनट ही रह सकी, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया के नाथन इफराम्स ने 49वें मिनट में पेनल्टी कार्नर को गोल में बदल दिया जो ऑस्ट्रेलिया के लिए विजयी गोल साबित हुआ. भारतीय टीम अब 28 अक्टूबर को अपने पांचवें मैच में ब्रिटेन से भिड़ेगी.
दुनिया की तीन सबसे ज्यादा बिकने वाली किताबों में एक हैरी पॉटर है. हैरी पॉटर पर बैन की भी सबसे ज्यादा मांग की गई है
मुस्लिम ड्राइवर होने पर ओला की राइड कैंसल करने वाले अभिषेक मिश्रा का ट्विटर हैंडल वेरिफाइड है और उन्हें कई केंद्रीय मंत्री ट्विटर पर फॉलो भी करते हैं.
चुनाव आयोग की मंजूरी का इंतजार कर रहे इस समूह ने अपने राजनीतिक संगठन का नाम ‘बहुजन आजाद पार्टी’ (बीएपी) रखा है
बीजेपी अध्यक्ष ने महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं को कहा, हमें सिर्फ 5, 10, या 15 वर्षों तक चुनाव जीतन को लेकर खुद को सीमित नहीं करना है, बल्कि अगले 50 वर्षों में होने वाले पंचायत से लेकर संसद तक के हर चुनाव को जीतने का लक्ष्य बनाना होगा
कंपनियां ऐसे नियम बना रही हैं जहां किसी व्यक्ति की राय को कंपनी की राय मानते हुए उसके सोशल मीडिया पर रोक लगाई जा सकती है