उन्होंने कहा कि टॉप्स के साथ हम समग्र रुख अपनाने का प्रयास करते हैं. हम राष्ट्रीय महासंघ से सलाह मशविरा करते हैं, राष्ट्रीय पर्यवेक्षकों की प्रतिक्रिया लेते हैं और सभी आंकड़ों पर गौर करने के बाद मिशन ओलिंपिक सेल अंतिम चयन करते हैं. ओलिंपिक 2020 की भारत की तैयारियों को मजबूत करने के लिए सितंबर में टॉप्स सचिवालय भी बनाया गया.टॉप्स के जरिए सरकार 2020 ओलिंपिक के संभावित पदक विजेताओं को ही सहायता मुहैया नहीं करा रही, बल्कि 2024 और 2028 ओलिंपिक खेलों के पदक के दावेदार डेवलपमेंटल समूह के खिलाड़ियों को सहायता देकर भविष्य की प्रतिभाओं की भी मदद कर रही है.
हंदवाड़ा में भी आतंकियों के साथ एक एनकाउंटर चल रहा है. बताया जा रहा है कि यहां के यारू इलाके में जवानों ने दो आतंकियों को घेर रखा है
कांग्रेस में शामिल हो कर अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत करने जा रहीं फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर का कहना है कि वह ग्लैमर के कारण नहीं बल्कि विचारधारा के कारण कांग्रेस में आई हैं
पीएम के संबोधन पर राहुल गांधी ने उनपर कुछ इसतरह तंज कसा.
मलाइका अरोड़ा दूसरी बार शादी करने जा रही हैं
संयुक्त निदेशक स्तर के एक अधिकारी को जरूरी दस्तावेजों के साथ बुधवार लंदन रवाना होने का काम सौंपा गया है.
भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) की महानिदेशक नीलम कपूर के अनुसार खेल मंत्रालय ने टारगेट ओलिंपिक पोडियम योजना (टॉप्स) के तहत 2020 ओलिंपिक की खिलाड़ियों की तैयारी के लिए 100 करोड़ रुपए का प्रावधान रखा है.
खेल मंत्रालय ने टॉप्स को सितंबर 2014 में शुरू किया था और इसका लक्ष्य ओलिंपिक के संभावित पदक विजेताओं को तैयारी के लिए वित्तीय सहायता मुहैया कराना है. नीलम ने पीटीआई से कहा कि हमने 2020 ओलिंपिक के लिए लगभग 100 करोड़ रुपए की राशि रखी है. खेल मंत्री ने निर्देश दिया है कि टॉप्स में खिलाड़ियों के लिए कोष की कमी नहीं होनी चाहिए.
2024 और 2028 ओलिंपिक की भी तैयारी